स्टेट डेस्क/पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने वज्रपात के कारण होने वाली मानव क्षति को कम करने हेतु तैयार की गई कार्य योजना की प्रस्तुति दी। आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के लिए बनायी गई कार्य योजना, एस०डी०आर०एफ० के आवासन की व्यवस्था आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में बताया गया कि सर्वोच्च न्यायालय ने बिहार में बाढ़ आपदा के दौरान चलायी जाने वाली सामुदायिक किचन मॉडल की प्रशंसा की है।
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पिछले दो वर्षों में वज्रपात से होने वाली मृत्यु की जिलावार मासिक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वज्रपात / उनका से बचाव को लेकर जोखिम न्यूनीकरण योजना पर काम किया जा रहा है। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य हमेशा आपदा से प्रभावित रहता है, कभी बाढ़ तो कभी सुखाड़ की स्थिति बनी रहती है। आपदा में किसी को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसका हमलोग पूरा ध्यान रखते हैं। एन०डी०आर०एफ० की टीम को हम लोगों ने राज्य में मंगवाया और उनके आवासन एवं अन्य सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था की। एस०डी०आर०एफ० का भी गठन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की स्थिति में त्वरित एवं प्रभावी ढंग से राहत एवं कार्यों के संचालन के लिए स्थायी तौर पर कार्य करें किए गए पुराने कार्यों एवं अनुभव को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना बनाकर काम करें। उन्होंने कहा कि एस०डी०आर०एफ० में कर्मियों की संख्या और बढ़ाएं तथा उनका बेहतर प्रशिक्षण कराएं। पिछले 14 वर्षों में प्रभावित क्षेत्रों के आकलन के आधार पर स्थल चयन कर रिस्पांस फैसिलिटी कम ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना करें ताकि आपदा की स्थिति में जल्द से जल्द लोगों राहत मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वज्रपात से होनेवाली क्षति को कम करने के लिए कार्य करें। वज्रपात से सुरक्षा हेतु लोगों को जागरूक करने के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। बच्चे एवं बच्चियों को सरल भाषा में इसके संबंध में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि उन्नयन बिहार के पाठ्यक्रम में वज्रपात से सुरक्षा से संबंधित जानकारी को भी शामिल करें।
बैठक में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्र मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, बिहार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य पी०एन० राय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सिद्धार्थ, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य मनीष कुमार वर्मा, आपदा प्रब विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एक मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।
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