पूर्णिया, राजेश कुमार झा। देश के हर शहर एवं हर राज्य को एक दूसरे से जोड़ने वाली सड़क को ग्रीन कॉरिडोर कहा जाता है.ग्रीन कॉरिडोर विकसित देशों की सबसे बड़ी पूंजी होती है. जिस देश मे ग्रीन कॉरिडोर की सड़कें होती है, उस देश में विकास की गति अपने आप तेज होने लगती है. बताते चलें पूर्णिया सांसद संतोष कुशवाहा ने अपने संसदीय क्षेत्र में हुए विकास कार्यो का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए बताये कि पूर्णिया निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है.
जल्द ही पूर्णिया ग्रीन फील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा. इसके बाद पटना से पूर्णिया की दूरी केवल 3 घंटे में पूरी होगी. यह हमारे लिए गौरव की बात है. सांसद ने कहा कि यह सुनकर विश्वास नहीं हो मगर यह सच है कि आने वाले सालों में पूर्णिया से पटना की दूरी केवल 3 घंटे में पूरी हो जाएगी. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया 12 हजार करोड़ रुपए खर्च कर 215 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने जा रहा है.
इसका निर्माण भारतमाला फेज 2 के तहत होगा और यह राज्य का पहला एक्सप्रेसवे होगा. ये सड़क बिदुपुर-दलसिंहसराय-सिमरी बख्तियारपुर के रास्ते पूर्णिया तक बनेगी. पूर्णिया से जुड़ते ही ये ग्रीन कॉरिडोर को नार्थ ईस्ट के सात राज्यों से जुट जाएगा. बताते चलें कि सिमरी बख्तियारपुर में 1500 करोड़ रुपए खर्च कर कोसी नदी पर पुल बनाने का काम भी भीत जल्द शुरू कर दिया जाएगा.
इस सड़क से भागलपुर को नवगछिया में कनेक्टिविटी मिलेगी सड़क का डीपीआर पर एनएचआई ने काम शुरू कर दिया है.पूर्णिया से पटना के बीच की दूरी केवल 3 घंटे में इसलिए पूरा होगी की क्योंकि पटना से पूर्णिया तक केवल तीन जगहों पर ट्रैफिक इंट्री हो सकती है. जिससे पूर्णिया वासी यमुना एक्सप्रेसवे जैसी फिलिंग होगी. सांसद ने आगे बताते हुए कहे कि पुल-पुलिया और सड़क निर्माण की दिशा में हम बांकी जिलों की तुलना में बहुत ही अच्छी स्थिति में है.
जिले में कई ऐसे क्षेत्रों में भी हमने अपने कार्यकाल में सड़के बनाई गई है,जहां पूर्व के समय पैदल चल पाना भी काफी कठिन हुआ करता था.उन्होंने बताया कि फिलहाल 350 किलोमीटर सड़क एवं 50 पुलों के निर्माण का काम भी लिस्ट में शामिल है.