पूर्णिया/राजेश कुमार झा। जीत भी ऐसी की विपक्ष को भी सांप सूंघ गया। जीत की हैट्रिक लगाने वाले भाजपा समर्थित उम्मीदवार दिलीप जायसवाल ने ये साबित कर दिया कि मुसलमानों ने भी खुलकर वोटिंग की है। अल्पसंख्यक बहुल सीमांचल के सबसे बड़े मुस्लिम बहुल स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र के विधान परिषद क्षेत्र पूर्णिया किशनगंज अररिया की सीट से तीसरी बार की जीत दर्ज कर एन. डी. ए. के प्रत्याशी डॉ. दिलीप जायसवाल ने पूरी बेबाकी से कहा है कि फिर इस बार की भी उनकी रिकॉर्ड जीत दिल से दिल के मिलन की जीत है न कि दलीय आधारित जीत है।
उन्होंने साफ तौर से कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में सदैव जात पात से उपर उठकर सभी वर्ग के लोगों की सेवा लगातार की है जिसके परिणामस्वरूप ही स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र के तमाम त्रिस्तरीय पंचायत निकाय जनप्रतिनिधियों ने मेरी झोली में एकतरफा वोट उंडेल दिया है और उक्त परिणामस्वरूप ही आरजेडी और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवारों के जमानत जब्त हो गए हैं। स्मरणीय है कि डॉ. दिलीप जायसवाल ने विधान परिषद चुनाव में पूर्णिया किशनगंज अररिया की सीट से 6943 वोट प्राप्त कर पूरे राज्य में सर्वाधिक वोटों से जीत का सबसे बड़ा रिकॉर्ड स्थापित किया है।
जबकि उनके प्रतिद्वंदी के रूप में खड़े कांग्रेस के प्रत्याशी सह पूर्व बहादुरगंज विधायक तौसीफ आलम को महज़ 182 वोट प्राप्त हुआ है और राजद के प्रत्याशी अब्दुस सुब्हान को महज 1601 वोट प्राप्त हुआ है और इस तरह दोनों प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई है। बहरहाल जीत की हैट्रिक बनाए विधान पार्षद डॉ. दिलीप जायसवाल की जीत की खबर पाकर समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा और विशाल काफिले के बीच विधान पार्षद डॉ दिलीप जायसवाल जीत का प्रमाणपत्र प्राप्त कर पूर्णिया से किशनगंज के लिए प्रस्थान किए।
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