Desk : आज से दो दिनों के लिए गृहमंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर रहेंगे. इन दो दिनों के दौरान वो सीमांचल में रहेंगे. ये बिहार का वो इलाका है जिसके बारे में दावा किया जाता है कि यहां बांग्लादेश से घुसपैठ और रोहिंग्या से जुड़े मामले सबसे ज्यादा हैं. अमित शाह के दौरे से पहले ही सियासी सरगर्मी भी तेज हो गयी है. जेडीयू-आररेजी हमलावर हैं तो वहीं बीजेपी भी जमकर पलटवार कर रही है. अमित शाह आज अपने सीमांचल दौरे का आगाज पूर्णियां की एक रैली से करेंगे. जिसमें एक लाख से ज्यादा लोगों के जमा होने की उम्मीद जताई गई है. रैली के बाद गृहमंत्री किशनगंज के लिए रवाना हो जाएंगे. जहां वो बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में शामिल होंगे.
गृहमंत्री शाह के इस दौरे पर बिहार का सियासी पारा हाई है. हंगामा इस बात पर बरपा है कि अमित शाह बिहार क्यों आ रहे हैं. और वो भी सीमांचल में जहां मुस्लिम आबादी का दबदबा है. बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैंने सुना है कि लालू नीतीश तेजस्वी परेशान हैं कि क्यों आ रहे हैं गृह मंत्री जी, तो क्या बिहार में आने के लिए अमित शाह जी को इनसे वीजा लेना पड़ेगा क्या?
23 सितंबर का कार्यक्रम
- पूर्णिया के चुनापुर हवाई अड्डा पर सुबह 10:00 से 10:30 के बीच में उतरेंगे.
- यहां से सीधा पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम आएंगे.
- 11:30 से जन भावना रैली है. यहां जनसभा को संबोधित करेंगे.
- यहां से सीधा पूर्णिया के चूनापुर हवाई अड्डा जाएंगे. यहां से हेलीकॉप्टर से किशनगंज जाएगे.
- किशनगंज में शाम 4 बजे माता गुजरी विश्वविद्यालय में बिहार बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
- किशनगंज में शाम 5 बजे माता गुजरी विश्वविद्यालय में बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक होगी जिसमें वह रहेंगे.
24 सितंबर का कार्यक्रम
- सुबह 9:30 बजे किशनगंज में सुभाष पल्ली काली माता मंदिर में पूजा करेंगे.
- किशनगंज में सुबह 10:30 बजे एसएसबी कैंपस बीओपी का दौरा करेंगे. भवन का उद्घाटन.
- किशनगंज में दोपहर 12 बजे बीएसएफ कैंप में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
- किशनगंज में दोपहर 3:30 बजे माता गुजरी विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम ‘सुन्दर सुभूमी’ में शिरकत करेंगे.
सुरक्षा के किए गए हैं पुख्ता इंतजाम
केंद्रीय गृह मंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है. स्थानीय पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षाकर्मी भी हैं. डॉग स्क्वायड भी है. कई नेता पहले से पहुंच चुके हैं.