-कसबा थाना कांड संख्या 40/23, दिनांक 28.01.2023, धारा 417/419/420/465/467/468/471/472/473/474/120 बी भा०द०वि० घटना की संक्षिप्त विवरणी
Rajesh Kumar Jha: पूर्णियाँ पुलिस को यह सूचना मिली कि कुछ बाहरी लोग तिनपनियाँ पुराने कबीर आश्रम के पास रूककर साइबर अपराध करने के प्रयोजन से योजना बना रहे हैं। उक्त प्राप्त सूचना के सत्यापन एवं तदनुसार अग्रेतर वैधानिक कार्रवाई करने हेतु पुलिस अधीक्षक, पूर्णियाँ के निर्देशन में श्री सुरेन्द्र कुमार सरोज, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर, पूर्णियाँ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसके सदस्य के रूप में 1.पु०अ०नि० अमित कुमार, थानाध्यक्ष, कसबा थाना, 2.परि०पु०अ०नि० सुष्मिता कुमारी, 3.स०अ०नि० देव कुमार यादव, 4.सिपाही गुड्डू कुमार, 5.सिपाही कमलेश कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया। उक्त टीम तत्समय प्राप्त सूचना के आलोक में तिनपनियाँ पुराने कबीर आश्रम पहुँची और देखी कि कुछ लोग मैदान में बैठकर बातचीत कर रहे हैं। पुलिस की गाड़ी को देखते ही वे सभी लोग भागने लगे, जिन्हें बल के द्वारा त्वरित प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई कर पकड़ा गया।
पकड़े गए व्यक्तियों का नाम निम्न प्रकार है:-
- मो० अनजर आलम, पिता मजहरूल हक, साकिन बड़ा ईदगाह, थाना अमौर, जिला पूर्णियाँ
- मो० बारिक अनवर उर्फ बबलू, पिता अब्दुल सलाब, निवासी मेतरा, थाना अमौर, जिला पूर्णियाँ
- मो० सद्दाम हुसैन, पिता मो० नईमुद्दीन, निवासी ढोलबज्जा, थाना कसबा, जिला पूर्णियाँ
- मसरूल, पिता मो० रशीद, निवासी सहनगाँव, थाना अमौर, जिला पूर्णियाँ
- मो० सद्दाम, पिता मो० रफीक, निवासी विशनपुर, थाना अमौर, जिला पूर्णियाँ
- भोला साह (प्रेस संचालक), पिता स्व० चम्पालाल साह, निवासी चाँदनी चैक, वार्ड नं० 22, थाना कसबा, जिला पूर्णियाँ
- छोटू उर्फ सायक नस्तर, पिता स्व० ग्यास नस्तर, निवासी मिल्की, थाना अमौर, जिला पूर्णियाँ
- मो० जलीसुन हसन उर्फ बाबुल, पिता मो० नुरुल होदा, निवासी मिल्की, बड़ा ईदगाह, थाना अमौर, जिला पूर्णियाँ
बरामदगी:-
- पाॅलीमर स्टाम्प मशीन
- पाॅलीमर लिक्विड ( 2 बोतल )
- पाॅलीमर रबड़ शीट ( 3 शीट, जिस पर कुल 97 फिंगर प्रिन्ट बना हुआ )
- आधार नम्बर अंकित कागज के पुड़िया में फिंगर प्रिन्ट सहित कुल 92 पुड़िया
- फिंगर प्रिन्ट अंकित ए-4 साइज का ट्रेस पेपर कुल 6 शीट
- फिंगर स्कैनर मशीन
- स्क्रू ड्राइवर
- विभिन्न बैंक का कुल 8 पासबुक
- मोबाइल 7 पीस
- नकद कुल 22,880/-
उपर्युक्त अपराधियों के द्वारा दूसरे राज्यों के लोगों का केवाला डाउनलोड करके उससे उन लोगों का आधार नम्बर एवं फिंगर प्रिन्ट प्राप्त कर फर्जी तरीके से रबड़ के शीट पर डुप्लीकेट फिंगर प्रिन्ट बनाकर संबंधित व्यक्तियों के बैंक खातों से अवैध तरीके से पैसों की निकासी किया करते थे।
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