पूर्णिया:-27 मार्च(राजेश कुमार झा) : धमदाहा अनुमंडल मुख्यालय में गुरु-शिष्य की परंपरा को शर्मसार करने का एक मामले ने पूरे जिले के शिक्षकों की मान-मर्यादा को ताक पर रख दिया है।
बताते चलें कि धमदाहा अनुमंडल के प्राथमिक विद्यालय धारटोल के एक शिक्षक निर्मल कुमार पर तीसरे वर्ग की एक 10 साल की छात्रा ने छेड़खानी का आरोप लगाते हुए अपने माता-पिता को रोते हुए सारी आपबीती बताई, अपनी बेटी की बात सुनकर छात्रा के माता/पिता ने गाँव वालों को लेकर स्कूल पहुंचकर काफी होहँगामा करते हए शिक्षक की धुनाई कर दी। मामले की जानकारी मिलते ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामप्रबोध यादव भी घटनास्थल पहुंचकर छात्रा के माता/पिता एवं गावँ वालों को शांत करते हुए अविलंब शिक्षक निर्मल कुमार को उस विद्यालय से हटा दिया गया एवं तत्काल पूरे घटनाक्रम पर एक जांच समिति बैठाकर छानबीन शुरू कर दी।
दूसरी तरफ आरोपित शिक्षक निर्मल कुमार ने कहा कि मुझे फंसाया गया है। मैंने गलती करने पर छात्रा को एक थप्पड़ जरूर मारा है। इसी बात को लेकर वो स्कूल से चली गई, लेकिन सबसे बड़ी बात जिस छात्रा ने एक शिक्षक पर इतना बड़ा आरोप लगाई उस छात्रा के माता/पिता ने 36 घण्टे बीतने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं करवाया है। आखिर वो कौन है जो इस मामले को दबाना चाह रहा है। आखिर क्यों छात्रा के परिजनों ने 36 घण्टे के बाद भी थाने में एफआईआर दर्ज नहीं करवाया, वो कौन है जो मास्टर साहब को बचाना चाहते है। ऐसे कई सवाल है,जिनके जबाब अभी मिलने बांकी है।