पूर्णिया:-28 अगस्त(राजेश कुमार झा)आशा फेसिलेटर की आड़ में चल रहा था गर्भपात का धंधा. गर्भपात के धंधे से बनाई अकूत सम्पत्ति.आशा फेसिलेटर नूतन कुमारी के साथ इस धंधे में शामिल कई और चेहरे होंगे बेनकाब.आशा फेसिलेटर नूतन कुमारी और मनोज जायसवाल की गिरफ्तारी के लिये एसपी के तेवर सख्त.
बताते चलें कि 14 साल की नाबालिग के साथ 50 साल का अधेड़ मनोज जायसवाल ने खेत में काम करने के बहाने लगातार कई दिनों तक यौनशोषण करता रहा.लड़की ने जब इसका विरोध किया तो पूरे परिवार को ही जान से मारने की धमकी दे डाली.लड़की डर के मारे अपने माँ,बाप को नहीं बताती थी.
लेकिन लड़की जब गर्भवती हो गई तो लड़की ने अपनी माँ को सारी बातें बताई तो लड़की की माँ के पैरों तले जमीन खिसक गई. इस मामले को लेकर जब लड़की के माँ-बाप मनोज जायसवाल के घर गई तो मनोज जायसवाल ने लड़की को जांच कराने के बहाने आशा फेसिलेटर नूतन देवी के तीनटेंगा स्तिथ उनकी नर्सिंग होम लेकर गई और गर्भपात करवा दिया.
इसके बाद मनोज और उसकी पत्नी ने इस बात से साफ इंकार करते हुए घर से बाहर निकाल दिया.उसके बाद अपनी नाबालिग बेटी की इंसाफ के लिये टिकापट्टी थाना पहुंची तो थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनबी ने लड़की और उसके माँ-बाप को घण्टों थाने में बैठाए रखा.
मामला जब पूर्णिया एसपी के पास पहुंचा तो टिकापट्टी थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनबी ने अविलंब मामला दर्ज कर कारवाई शुरू कर दी.दूसरी तरफ तीनटेंगा और बिरौली के लोगों का कहना हुआ कि आशा फेसिलेटर की क्लिनिक में रंगीन मिजाज लोगों का जमावड़ा लगा रहता था.आशा फेसिलेटर सेंटर की आड़ में गर्भपात का धंधा चलाया जा रहा था.
बाहर से भी कई बार डॉक्टरों को बुलाया जाता था.इस धंधे की आड़ में नूतन देवी ने काफ सम्पत्ति बटोरी है.लोग कहते है कि आशा फेसिलेटर नूतन देवी का रुतबा किसी एमबीबीएस से कम नहीं था.फिलहाल आशा फेसिलेटर नूतन देवी और यौनशोषण के आरोपी मनोज जायसवाल फरार है.पुलिस दोनों को गिरफ्तार करने के लिये जमीन आसमान एक कर दी है.