पूर्णिया : सब गंदा है पर धंधा है ये पिछले तीन महीने में चार रेड… लेकिन धंधा बदस्तूर जारी…पढ़ें खुशकीबाग रेडलाइट में आए दिन रेड होने के बाबजूद क्यों नहीं थम रहा है देहव्यापार…आखिर कौन है जो रेडलाइट बाजार को बेरोकटोक चला रहा है…इतनी पुलिस की इज्जत जरूर करता है की रेड होने पर कुछ दिन सन्नाटा जरूर रहता है…

पूर्णियाँ

पूर्णिया:- 16 मार्च(राजेश कुमार झा)शहर के बीचोबीच सदर थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर धड़ल्ले से चल रही देहव्यापार की मंडी पर पिछले तीन महीनों में चार बार रेड हो चुकी है.इसके बाबजूद खुशकीबाग की ये देहव्यापार की मंडी बेरोकटोक और धड़ल्ले से चल रही है तो कैसे.ये एक बड़ा ही अहम सवाल है.आखिर कौन है इस देहव्यापार की मंडी के पर्दे के पीछे.वैसे तो इस मंडी के पीछे कई लोगों के नाम है.जिसको पुलिस और एनजीओ तक सबको मालूम है.

लेकिन आज तक कोई भी उस पर हाथ नहीं डाल सका.कई बार गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस गई लेकिन पुलिस के जाने से पहले वो फरार हो जाता है.कहने का मतलब इस देहव्यापार की मंडी को चलाने वाले का नेटवर्क इतना मजबूत है की पुलिस की हर गतिविधि की पल पल की जानकारी उसे मिलते रहती है.

इसके बाबजूद पिछले तीन महीनों में चार बार रेड होने के बाबजूद बेरोकटोक धड़ल्ले से देहव्यापार का धंधा बेरोकटोक जारी है. हां एक बात ये जरूर है की पुलिस की रेड होने के कुछ दिनों तक ये धंधा जरूर बंद हो जाता है.लेकिन कुछ दिनों में फिर से चालू हो जाता है.

स्थानीय कुछ लोग कहते है की चलिए पुलिस की कुछ तो लाज रखते है ये लोग. फिलहाल खुशकीबाग रेडलाइट एरिया में पुलिस की रेड होने के बाद सन्नाटा जरूर दिखता है.जब तक इस धंधे का किंगपिन गिरफ्तार नहीं होता है तब तक सदर थाने को इसे नहीं चलने देना चाहिए.