जिले में 12 फरवरी से चलेगा मिशन परिवार विकास अभियान, जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर सिविल सर्जन ने किया रवाना:—
- 05 फरवरी से 24 फरवरी तक चलेगा मिशन परिवार विकास पखवाड़ा:-
- शादी के 2 साल के बाद पहले बच्चें के लिए किया जा रहा जागरूक
- अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने का है उद्देश्य
।
जिले में 05 फरवरी से मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत की गई है, जो 24 फरवरी तक चलाया जाएगा।
यह अभियान दो चरणों में पूरा किया जा रहा है.अभियान के पहले चरण के तहत 05 फरवरी से 11 फरवरी तक दंपती संपर्क सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है.
इसके बाद 12 फरवरी से 24 फरवरी तक परिवार नियोजन सेवा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा।
लोगों को परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के दौरान परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं के प्रति जागरूक करने के लिए शुक्रवार को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय से सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी द्वारा हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया गया।
इसके द्वारा जिले के शहरी क्षेत्र में माइकिंग के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन सुविधा के लिए जागरूक करते हुए अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ लेने की जानकारी दी जाएगी।
जागरूकता रथ को रवाना करने के दौरान सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी के साथ जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) सोरेंद्र कुमार दास, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) संजय कुमार दिनकर, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, पिरामल स्वास्थ्य के परिवार नियोजन कॉर्डिनेटर सनत गुहा सहित अन्य स्वास्थ अधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे।
05 फरवरी से 24 फरवरी तक चलेगा मिशन परिवार विकास पखवाड़ा :
सिविल सर्जन डॉ. अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि जिले में 05 फरवरी से 24 फरवरी तक मिशन परिवार विकास पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है।
इसके तहत 05 फरवरी से 11 फरवरी तक जिले में दंपती संपर्क सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान आशा कार्यकर्त्ता द्वारा घर-घर जाकर योग्य दंपतियों से भेंट कर उन्हें परिवार नियोजन के साधनों के विषय में जानकारी दी गई है।
उसके बाद 12 फरवरी से 24 फरवरी तक परिवार नियोजन सेवा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिस दौरान इच्छुक लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
शुक्रवार को जिले के शहरी क्षेत्रों में लोगों को परिवार नियोजन के लिए जागरूक करने हेतु छः जागरूकता रथ रवाना किया गया है।
इसके माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित सुविधाओं का लाभ लेने की जानकारी प्रदान की जाएगी।
उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों के साथ साथ विभिन्न प्रखंडों में भी स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा जागरूकता रथ रवाना किया जाएगा जिससे कि सभी लोगों को इसकी जानकारी उपलब्ध हो सके और लोग इसका लाभ ले सकें।
शादी के 2 साल के बाद पहले बच्चे के लिए किया जा रहा जागरूक :
डीपीएम सुरेंद्र कुमार दास ने बताया दंपती संपर्क पखवाड़े के दौरान आमजन में जागरूकता लाने के लिए सही उम्र में शादी, शादी के बाद कम से कम 2 साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम 3 साल का अंतराल एवं प्रसव के बाद या गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों पर जोर दिया जा रहा है।
इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जिले में ई-रिक्शा कार्यक्रम भी चलाया गया है। जिसके माध्यम से माइकिंग द्वारा लोगों परिवार नियोजन के विभिन्न उपलब्धियों की जानकारी दी जा रही है।
अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने का है उद्देश्य :
डीसीएम संजय कुमार दिनकर ने कहा कि मिशन परिवार विकास पखवाड़े को संचालित करने का उद्देश्य परिवार नियोजन सेवा का समुदाय स्तर तक पहुंच को बेहतर बनाना है।
इससे नवदंपति या एक संतान वाले दंपत्ति जोड़े के बीच गर्भधारण में अंतराल एवं स्वस्थ जीवन को अपनाने के प्रति जागरूकता हो सके।
साथ ही, संस्थागत प्रसव व सुरक्षित गर्भपात को ध्यान में रखते हुए प्रसव के बाद महिला नसबंदी एवं कॉपर-टी संस्थापन पर अभियान के दौरान विशेष बल दिया जा रहा है।
इसके लिए प्रसव कक्ष में परिवार कल्याण परामर्शी, एएनएम, स्टाफ नर्स के माध्यम से प्रसव एवं गर्भपात के लिए आए हुए इच्छुक महिलाओं को उत्प्रेरित करते हुए सुविधा प्रदान करायी जा रही है।