पूर्णिया:- 08 मार्च(राजेश कुमार झा)अधिवक्ता विचार मंच के के द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्तरखाना में मनाया गया कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता अरुण भास्कर उर्फ गौतम वर्मा ने की सर्वप्रथम संघ के अध्यक्ष अवधेश तिवारी ने अपने वक्तव्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक पहल करने का भरोसा दिलाया और उचित सम्मान की बात कही।
वही वरिष्ठ अधिवक्ता विभाग कर सिंह मोहम्मद बद्री जमा पीएस पराग शाहिद राजा दिलीप कुमार दीपक सुष्मिता शंकर प्रसाद सिन्हा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हमारे यहां सबसे पहले नारी की पूजा होती है जो आदिकाल से होती आ रही है हम लोग यहां राम से पहले सीता कृष्ण से पहले राधा नारायण से पहले लक्ष्मी का नाम आदर्श लेते हैं जो व्यक्ति या समाज महिलाओं की अपेक्षा यतिष्कर करता है।
वह समाज कभी भी ऊंचाइयों पर नहीं पहुंच सकता बल्कि पतंग की ओर चला जाता है नई कई रूपों में जानी जाती है कहीं बेटी है तो कहीं मन है तो कहीं पत्नी है कहीं बहन है आज पूरे देश में महिलाएं हर एक क्षेत्र में ऊंचाइयों को छू रही है और कंधे से कंधे मिलाकर चल रही है।
इसलिए महिलाओं के उत्थान की दिशा में भी हम लोगों को प्रयास करना चाहिए इस अवसर पर अधिवक्ता रजनी अंजली श्रीवास्तव जन्नत रहमान रानी कुमारी मेघा स्वाती आदि को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया महिला अधिवक्ताओं ने सम्मान पाकर अपने को गौरवान्वित महसूस की और एक स्वर में कहीं की बार एसोसिएशन में महिलाओं को काफी सम्मान और प्रेम मिलता है।
और आज सम्मान देकर नए संदेश भी देने का काम किया गया है इसे हर एक क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को सम्मान करने की परंपरा शुरू की जानी चाहिए इस अवसर पर राजकुमार झा संजीव कुमार सुशील चंद्र झा प्रवीण पासवान मुस्ताक अहमद मनोज झा सुभाष पाठक उदय केसरी के साथ बड़ी संख्या में अधिवक्ता गण मौजूद थे।