पूर्णिया:-23 फरवरी(राजेश कुमार झा)नेपाल की रहने वाली एक महिला पिछले एक साल से पूर्णिया के रामबाग के रहने वाले एक लड़के के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी.दोनों के बीच सब कुछ बहुत ही ठीकठाक चल रहा था.लेकिन बात तब बिगड़ गई,जब नेपाली महिला को ये पता चला कि लड़के ने शादी कर ली है तो नेपाली महिला दौड़े-दौड़े पूर्णिया रामबाग स्तिथ उसके घर में जा पहुंची.
रामबाग पहुंचते ही महिला ने लड़के और उनके परिवार के समक्ष पूरा हंगामा कर दिया और लड़के को जेल भेजने की धमकी के साथ पूर्णिया सदर थाने में उस लड़के के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी.एफआईआर दर्ज होने के साथ इस मामले की जांच का जिम्मा सदर थाने की महिला एसआई अनु कुमारी को मिला.
एसआई अनु कुमारी ने एफआईआर दर्ज होने के साथ ही मामले की तहकीकात शुरू कर दी.इस बीच में नेपाली महिला का मेडिकल करवाने के बाद कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान करवाने की कारवाई शुरू हो गई.इसको लेकर नेपाली महिला का नेपाल से पूर्णिया आना-जाना शुरू हो गया.इसी दरमियान नेपाली महिला के पास पैसे समाप्त हो गये.
नेपाली महिला ने सदर थाने की महिला एसआई अनु कुमारी से 5000 रुपये की मदद मांगी और कही की मैं नेपाल जाऊंगी तो आपकी भेज दूंगी.महिला एसआई अनु ने एक महिला होने के नाते नेपाली महिला पीड़िता को मदद की.उसके बाद नेपाली महिला ने बाद में एसआई अनु को पैसे वापस कर दी.इसके बाद नेपाली महिला ने सदर थाने की एसआई अनु कुमारी पर उस लड़के की गिरफ्तारी के लिये दबाब बनाने लगी.
लेकिन पुलिस तो दबाब में काम नहीं करती है.एसआई अनु ने महिला के मेडिकल करवाने और बयान के बाद मामले की छानबीन में जुट गई.इस बीच महिला ने एसआई पर बहुत अधिक दबाब बनाना शुरू कर दिया.नेपाली महिला को ये लगा कि पुलिस मेरे पक्ष में काम नहीं रही है.इसी को लेकर वो कहने लगी कि उस नेपाली महिला ने एसआई अनु कुमारी को सबक सीखने के लिये एक साजिश रची.
जिसके एवज में महिला एसआई को सस्पेंड होना पड़ गया.डीआईजी विकास कुमार ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दोबारा जांच कराएंगे. एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि एसडीपीओ सदर के जांच के बाद एसआई अनु कुमारी को सस्पेंड कर दिया गया है.सही-सही पूरी घटना पर अपना जबाब प्रस्तुत करने को कहा गया है.