पूर्णिया:-12 मई(राजेश कुमार झा)पूर्णिया के बाल सुधार गृह से फरार 11 बाल कैदी मामले ने रिमांड होम व्यवस्था की पूरी पोल ही खोल दी.बताते चलें कि दिनांक 11 मई 2022 को पूर्णिया के रिमांड होम से फरार 11 बाल कैदी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.फरार बाल कैदी ने ये साबित कर दिया कि रिमांड होम सिर्फ नाम का है.कोई भी कभी भी भाग सकता है.
लेकिन अगर कोई मिलने जाय तो फिर आपको पता चलेगा कि रिमांड होम की सुरक्षा व्यवस्था कितनी जबरदस्त है.कुल मिलाकर सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ दिखाने के लिये है.बताते चलें कि पूर्णिया जिले का रिमांड होम कई बड़ी घटनाओं का गवाह रहने के बाबजूद भी क्यों नहीं चेती जिला प्रशासन.
आखिर सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक का जिम्मेदार कौन.ये एक अहम सवाल है.बताते चलें कि कटिहार में गिरफ्तार सभी 9 बाल कैदियों ने बताया कि हमलोग नशे के आदि हो चुके थे.रिमांड होम में हमलोगों को किसी भी तरह का कोई नशा नहीं मिल रहा था.जिससे हमलोग काफी बेचैन हो गए थे.तभी हमलोगों ने मिलकर भागने की पूरी प्लानिंग की.हमलोगों ने आज से पहले भी कई बार भागने की कोशिश की थी.
लेकिन सफल नहीं हो सके. उसके बाद हमलोगों ने रिमांड होम के चारों तरफ का पूरा मुआयना किया.फिर हमलोग भागने में सफल हुए.बाल कैदियों ने बताया कि हमलोग नहीं पकड़ाते,अगर हमलोगों का एक साथी पूर्णिया में नहीं पकड़ाता.हमलोगों को तो कटिहार पुलिस पहचानती भी नहीं थी.मेरे ही पकड़ाए साथी ने पूर्णिया पुलिस को कटिहार में हमलोगों के छिपने का सब ठिकाना बता दिया था.इसलिए हमलोग सभी पकड़ा गए.