पूर्णिया : अब जीएमसीएच में मरीज को पर्ची कटाने की और रखने की झंझट से मिल गई मुक्ति…अब आपको अस्पताल से दिया गया आईडी कार्ड को संभाल कर रखना होगा…इसी आईडी कार्ड से आपके डॉक्टर को मिलेगी आपकी पूरी जानकारी…पढ़े पूरी खबर

पूर्णियाँ

जिले के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को मिला भव्या एप का प्रशिक्षण, अब सभी अस्पताल होगा डिजिटल:-

-भव्या एप पर दर्ज रहेगी मरीजों की जानकारी, नहीं कटाना होगा बार-बार पर्चा :-

-आईडी खोलकर डॉक्टरों को पता चलेगी मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी
-जिले के 1278 स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया भव्या एप का प्रशिक्षण:-

पूर्णिया:- 08 मार्च(राजेश कुमार झा)जिले के सभी अस्पताल में कार्यरत सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के अंतर्गत भव्या एचआईएमएस सॉफ्टवेयर का सफल प्रशिक्षण सम्पन्न हो गया है। अब जिले के सभी अस्पतालों में मरीजों को जांच कराने के लिए बार-बार अस्पताल से पर्ची कटाने की जरूरत खत्म हो जाएगी। अब सभी अस्पतालों में जांच के लिए उपस्थित मरीजों को 14 अंको का आईडी दिया जाएगा जिसे खोजने पर अस्पताल में उपलब्ध डॉक्टरों को मरीजों के स्वास्थ्य से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त हो जाएगी।

इसके लिए जिले के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल के साथ साथ एसडीएच धमदाहा, एसडीएच बनबनखी और सीएचसी बैसा और बायसी में राज्य स्वास्थ्य विभाग पटना से आए हुए प्रशिक्षकों द्वारा 16 फरवरी से 06 मार्च तक सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को भव्या एप का सफल प्रशिक्षण दिया गया।

पूरे कार्यक्रम का संचालन भव्या एमएसपी टीम के अधिकारियों द्वारा पूरा किया गया जिसमें टीम प्रशिक्षक डॉ दुर्गा शंकर सिंह के साथ साथ जिला लीड रजनीश मेहता, प्रवेश झा, विवेक सिंह, विवेक रघुनाथ, ओम सिंह और स्वेतांक शेखर शामिल थे।

जिले के 1278 स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया भव्या एप का प्रशिक्षण :—-

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि भव्या एप द्वारा जिले के सभी अस्पतालों को डिजिटल किया जाएगा।

इसके लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सकों, डॉक्टरों, अस्पताल प्रबंधक, बीएचएम, डेटा इंट्री ऑपरेटर और अस्पताल में कार्यरत नर्स, एएनएम और जीएनएम को प्रशिक्षण दिया गया है।

इसमें सभी प्रखंडों के अस्पतालों के साथ साथ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कार्यरत 1278 स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण के दौरान सभी कर्मियों को जांच के लिए उपस्थित मरीजों के लिए आईडी कार्ड जेनरेटर करने के लेकर उनकी जानकारी भव्या एप में दर्ज करने और मरीजों को स्वास्थ्य सहायता के साथ साथ इसकी जानकारी देने के लिए प्रशिक्षित किया गया।

अब सभी स्वास्थ्य केंद्रों में भव्या एप के माध्यम से मरीजों का निबंधन, सभी प्रकार के जांच और दवा प्रिस्क्रिप्शन की सभी जानकारी डिजिटली संरक्षित किया जाएगा।

सिविल सर्जन ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद एसडीएच बनबनखी और धमदाहा में भव्या एप के माध्यम से मरीजों के स्वास्थ्य जांच शुरू हो गई है।अन्य अस्पतालों में भी इसकी शुरुआत बहुत जल्द शुरू हो जाएगी।

आईडी खोलकर डॉक्टरों को पता चलेगी मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ::—

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि भव्या एप के सफल क्रियान्वयन को लेकर चिकित्सकीय सेवाओं से जुड़े तमाम कर्मियों को उपलब्ध कराया जायेगा।

भव्या के क्रियान्वयन का मुख्य फायदा ये होगा कि मरीजों को दिये जा रही सुविधाओं का डिजिटल रिकॉर्ड रहेगा।

मरीज के डिजिटल रिकॉर्ड को किसी भी अस्पताल में देखा जा सकेगा। बीमारी के लक्षणों के डिजिटल रिकॉर्ड के आधार पर लोकलाइज्ड प्लानिंग में सहयोग मिलेगा।

मरीज को दी जा रही सुविधाओं का पूरी तरह सत्यापन हो सकेगा। मरीज को दी गई पैथोलॉजिकल जांच का रिजल्ट मरीजों के मोबाइल पर उपलब्ध होने लगेगा।

गर्भवती महिलाओं को उनके एचपी, बीपी व अन्य जांच से संबंधित जानकारी तुरंत उपलब्ध हो सकेगा।

स्वास्थ्य सेवाएं होंगी बेहतर, निगरानी व निरीक्षण होगा आसान :—-

मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी सह कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि भव्या एप के जरिये पर मरीजों को उपलब्ध तमाम सेवाएं पेपर लेस होगा।

मरीजों के इलाज से संबंधित तमाम रिकार्ड ऑनलाइन दर्ज रहेगा। इससे स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढीकरण के साथ-साथ मरीजों को उपलब्ध सेवाओं की निगरानी व निरीक्षण की प्रक्रिया आसान होगी।

मरीजों को इलाज, दवा, जांच से संबंधित रिकार्ड को संरक्षित रखने की जरूरत नहीं होगी। मरीजों के 14 अंकों के आईडी खोल कर डॉक्टर मरीज से संबंधित सभी जानकारी जुटाते हुए उनका इलाज करने में सक्षम होंगे।