पूर्णिया:-19 मई (राजेश कुमार झा) : पहले जल-जमाव की समस्या दूर हो, फिर एयरपोर्ट की बात होगी.बताते चलें कि पिछले एक-दो दिनों में हुई थोड़ी सी बारिश ने लोगों का चलना मुश्किल कर दिया है। बिफोरप्रिन्ट डिजिटल ने शहर के मोहल्लों में जाकर पिछले एक-दो दिनों में हुई थोड़ी सी बारिश की स्तिथियों का जायजा लेने पहुंची तो मोहल्ले के लोगों ने कहा अभी तो बारिश का मौसम आया भी नहीं है।
बेमौसम थोड़ी सी बारिश में हमलोगों का ये हाल है। जब पूरी बारिश होगी तो क्या होगा। बताते चलें कि शहर के सिपाही टोला सहित तकरीबन सभी वार्डों में बारिश के समय अमूमन यही स्तिथि रहती है। लोगों का चलना दूभर हो जाता है। सिर्फ कार में चढ़ने वालों को थोड़ा आराम जरूर है।लेकिन पैदल, साइकिल एवं मोटरसाइकिल में चलने वालों की तो पुछिये ही नहीं। बिफोरप्रिन्ट डिजिटल जब स्थानीय लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि सिपाही टोला की ही सिर्फ बात नहीं करें।
बल्कि बारिश में शहर की सभी सड़कें अमूमन नाला का रूप ले लेती है। ऐसा लगता है कि मानो सड़क ही नहीं है। ऐसा इसलिए होता है कि जल-जमाव की निकासी के लिये कोई व्यवस्था ही नहीं है। जब तक नाले का निर्माण और निकासी की व्यवस्था नहीं हो जाती है,तब तक ऐसी ही स्तिथि बनी रहेगी।
बिफोरप्रिन्ट डिजिटल ने जब लोगों से एयरपोर्ट के मुद्दे पर सवाल किया तो लोग भड़क उठे। बोले कि घर डूब रहा है, बच्चे स्कूल नहीं जा पाते है, लोगों को काम पर जाने में दिक्कत हो रही है,तो हवाईजहाज लेकर क्या करेंगे। कौन चढ़ेगा हवाईजहाज में.पहले नाले का निर्माण और जल निकासी की पूरी व्यवस्था दुरुस्त होगी तभी शहर सुंदर और स्वच्छ दिखेगा।