पूर्णिया : कान फाड़ू यंत्र यानी डीजे बजते ही लोग कान में उंगली डाल लेते थे..अब ऐसा नहीं होगा..क्योंकि दिन हो या रात नहीं बजेगा डीजे.. 37 डीजे वालों के 3 करोड़ 50 लाख मूल्य के डीजे पर लगा ग्रहण…पढ़ें पूरी खबर

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पूर्णिया:-02 नवम्बर(राजेश कुमार झा) डीजे बजते ही आसपास से गुजरने वाले लोग अपनी कानों पर उंगली डाल लेते थे.लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि जिला प्रशासन ने डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है.अब दिन हो या रात,आप डीजे नहीं बजा सकते है.बताते चलें कि शादी समारोह में कान फाड़ू यन्त्र यानी डीजे का बजना और उसपर बज रहे अश्लील गानों पर डांस करना लोगों को बहुत अच्छा लगता था.लेकिन बहुत ऐसे लोग इन्हें पसन्द नहीं करते थे.

जिधर से डीजे बजते हुए निकलता था आसपास से गुजरने वाले अपनी कानों में उंगली डाल लेते थे. क्योंकि डीजे की आवाज इतनी अधिक होती थी कि सुनने वालों को इसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता था.लेकिन शादी समारोह में डीजे बजना एक स्टेटस सिंबल माना जाने लगा है.महिला हो या पुरूष डीजे की धुन पर थिड़कने को लेकर सभी बेताब रहते है. लेकिन दूसरी तरफ इस डीजे के कई दुष्परिणाम भी देखने को मिले है.

बताते चलें कि डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध को लेकर एसडीएम राकेश रमन और एसडीपीओ एस0 के0 सरोज के नेतृत्व में जिले के सभी थानाध्यक्षों के साथ बैठक की गई.जिसमें सभी थानाध्यक्षों को दिशा-निर्देश दिया गया कि सभी थानाध्यक्ष डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध को लेकर अपने थानाक्षेत्र के सभी डीजे की लिस्ट तैयार कर सबों को नोटिस करें. जरूरर पड़े तो थाने में सभी की एक बैठक बुलाकर पूर्ण प्रतिबंध के बारे में जानकारी दें.

उन्हें इसके दुष्परिणाम के बारे में भी जानकारी दें.दूसरी तरफ जिले में तक़रीबन 37 डीजे वालों के पास लगभग 3 करोड़ 50 लाख मूल्य के सामानों पर भी ग्रहण लग गया है.बताते चलें कि एक डीजे के सामानों की कीमत तकरीबन 10 लाख रुपया बताई जा रही है.और एक डीजे से चार से पांच परिवारों की रोजी-रोटी चलती है.लेकिन पूर्ण प्रतिबंध के बाद सैकड़ों परिवारों की रोजी रोटी पर भी आंच आ गई.अब देखना ये है कि जिला प्रशासन के ये प्रतिबंध का आदेश कितना फलीभूत होता है.