पूर्णिया:-12 मार्च(राजेश कुमार झा)होली से पहले शराब की बहुत बड़ी खेप बंगाल के रास्ते बिहार घुसने की जुगाड में है.सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक बंगाल से पूर्णिया आने के सात रास्ते और तकरीबन 14 जुगाड वाले रास्ते है.जिसको शराब माफिया स्थानीय लोगों के मिलीभगत से शराब का धंधा बेरोकटोक करते हुए आ रहे है.सूत्रों की मानें तो इन स्थानीय लोगों के साथ कुछ विभागीय लोगों की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है.
जिनके देखरेख में बंगाल से पूर्णिया शराब मंगाई जाती है.सूत्रों के मुताबिक विभागीय लोगों और शराब माफियाओं के बीच एक मोटी रकम का लेनदेन होता है.दूसरी तरफ इन शराब माफियाओं दालकोला चेकपोस्ट और पूर्णिया घुसने के सभी सात रास्तों के अलावे तकरीबन 14 जुगाड रास्तों में निगरानी रखने के लिए कई एजेंट पाल रखे है.जो पूरी रात सिर्फ इस फिराक में रहते है कि रास्ता साफ है या नहीं.जैसे ही ये एजेंट रास्ता साफ की हरी झंडी देते है,
वैसे ही दालकोला चेकपोस्ट के आसपास खड़ी गाड़ी बेरोकटोक चेकपोस्ट से निकल जाती है.इन माफियाओं ने लगभग सभी थानों में अपनी पैठ बना रखी है.जहां इनकी गाड़ियों को बेरोकटोक निकाल दिया जाता है.लेकिन पूर्णिया पुलिस अधीक्षक उपेंद्र नाथ वर्मा की पुलिसिंग ने शराब माफियाओं को बहुत बड़ी मुश्किलों में डाल दिया है.पूर्णिया पुलिस की रोजाना जबर्दस्त वाहन चेकिंग ने माफियाओं को जगह छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है.लेकिन शराब माफिया भी किसी भी तरह इस जुगाड में है की होली से पहले शराब पहुंच जाय.अब देखना ये है की शराब माफिया स्थानीय पुलिस और अधिकारियों के नाक के नीचे से कैसे निकल पाते है.