पूर्णिया:-13 अक्टूबर(राजेश कुमार झा) बीते दिन नगर निगम में उस समय काफी अफरा-तफरी का माहौल बन गया.जब कुछ धरनार्थियों ने नगर निगम में तालाबंदी कर कई घण्टों तक अधिकारी एवं कर्मी को अंदर बन्द रखा.जिससे पूरे जिला प्रशासन महकमे में हड़कंप मच गया.बताते चलें कि नगर निगम के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि धरनार्थियों ने अधिकारियों और कर्मियों के रहते नगर निगम के मुख्य द्वार पर घण्टों तालाबंद रखा.
तालाबंदी की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई.जिला प्रशासन अविलंब हरकत में आई और धरनार्थियों को समझा बुझाकर मामले को सुलझाया. बताते चलें कि पंच फाउंडेशन के संचालक सोनी सिंह ने डॉलर हाऊस चौक से लेकर ओली टोला सड़क को दुरुस्त करने के लिये नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखा था.
नगर आयुक्त आरिफ हसन ने मामले को संज्ञान में लेते हुए शहर के सभी सड़कों का स्वयं निरीक्षण कर सभी सड़कों को मोटरेबल करने के आदेश दिए एवं दो सड़कों का निविदा निष्पादन कर अविलंब काम शुरू भी करवा दिए.इस बीच सोनी सिंह ने 11 अक्टूबर को नगर निगम के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन के साथ तालाबंदी की बात का मीडिया में जोरदार बयान दिया.
दूसरी तरफ 10 अक्टूबर को त्रिमासिक बैठक आरोप प्रत्यारोप के साथ काफी हंगामेदार रहा.इस बैठक में भी डॉलर हाउस से लेकर ओली टोला सड़क की बात उठी.जिसे नगर आयुक्त ने कहा कि सभी सड़कें मोटरेबल की जा रही है.युद्धस्तर से काम चल रहा है.उसके बाबजूद बैठक के दूसरे दिन नगर निगम में तालाबंदी समझ से परे है.