पूर्णिया : त्राहिमाम…पूर्णिया को चाहिये 180 मेगावाट बिजली…मिल रही है 80 से 100 मेगावाट…भीषण गर्मी में अब लोगों को चापाकल का महत्व समझ में आ रहा है…पढ़ें और कितने दिनों में सुधरेगी बिजली की व्यवस्था

पूर्णियाँ

पूर्णिया:-02 जून(राजेश कुमार झा) जिला पदाधिकारी पूर्णिया कुंदन कुमार की अध्यक्षता में विद्युत आपूर्ति में आ रही तकनीकी समस्याओं के त्वरित निष्पादन को लेकर कार्यपालक अभियंता,विद्युत के साथ समीक्षा बैठक जिला पदाधिकारी के कार्यालय वेश्म में आयोजित किया गया. समीक्षा के दौरान,विद्युत कार्यपालक अभियंता,पूर्णिया पूर्वी एवं पश्चिमी द्वारा बताया गया कि तकनीकी समस्या के कारण एनटीपीसी के 2 यूनिट बंद होने से केंद्रीय कोटा से बिहार को बिजली की आपूर्ति कम हो रही है एवं अत्याधिक गर्मी के कारण ज़िले की पीक डिमांड काफ़ी बढ़ गई है ।

जिसके कारण पीक आवर में जिले को आवश्यकता अनुरूप बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसलिए रोटेशन के आधार पर बिजली की आपूर्ति की जा रही है। लोड शेडिंग के कारण फ्यूज कॉल की समस्या में इजाफा हुआ है। शहरी क्षेत्र में अत्याधिक फ्यूज कॉल वाले स्थानों को चिन्हित कर कुल 12 नए 200 केवीए के अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं। जिसका कार्य 3 से 4 दिनों में पूर्ण कर लिया जाएगा।

कार्यपालक अभियंता विद्युत द्वारा बताया गया कि पीक आवर में ज़िले को लगभग 180 मेगावाट की आवश्यकता पड़ती है।परंतु उसके विरूद्ध 80-100 मेगावाट ही बिजली उपलब्ध हो रही है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा संबंधित कार्यपालक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया गया कि नए ट्रांसफार्मर लगाने के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि उपयुक्त समय देखकर यथा-सुबह के समय में ही विद्युत की आपूर्ति बंद कर एवं कम से कम विद्युत आपूर्ति बंद कर ट्रांसफार्मर यथाशीघ्र लगाना सुनिश्चित करें जिससे उपभोक्ताओं को कम से कम परेशानी हो ।

कार्य के दौरान सुरक्षा उपकरण के उपयोग का भी निदेश दिया गया। विद्युत उपभोक्ताओं से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया गया। बैठक में कार्यपालक अभियंता विद्युत पूर्णिया पूर्व श्री नटवर लाल गुप्ता एवं पूर्णिया पश्चिम श्री प्रशांत कुमार मंजू ,निदेशक डीआरडीए एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी मौजूद थे।