ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी मुक्त अभियान को मिल रही है गति:—- सिविल सर्जन…
शहर के प्रसिद्ध चिकित्सकों ने 15 टीबी मरीजों को लिया गोद: डॉ मिहिरकांत झा…..
पूर्णिया (राजेश कुमार झा) : राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल परिसर स्थित जिला यक्ष्मा केन्द्र के सभागार में निक्षय दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
इस मौके पर जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मिहिरकांत झा के नेतृत्व में पूर्णिया के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ देवी राम एवं डॉ अमरेन्द्र झा के द्वारा 15 टीबी रोगी को गोद लिया गया। इनके द्वारा गोद लिए गए टीबी रोगियों को 6 माह तक पोषणयुक्त आहार दिया जायेगा। मौके पर प्रथम माह का पोषणयुक्त आहार उनके हाथ वितरित किया गया।
इस अवसर पर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल के अधीक्षक डॉ संजय कुमार, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ विष्णु प्रसाद अग्रवाल, ज़िला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आरपी मंडल, डॉ सुधांशु कुमार, जिला टीबी एड्स समन्वयक राजेश कुमार शर्मा, डीटीसी के एसटीएस राकेश कुमार सिंह, टीबी एचआईवी प्रशांत कुमार, मंजर आलम, उत्तम कुमार, प्रमोद कुमार, तपन मिश्रा, टीबी चैंपियन मनेन्द्र कुमार और साक्षी कुमारी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी मुक्त अभियान को मिल रही है गति:— सिविल सर्जन….
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) की शत प्रतिशत सफलता के लिए जिले में “टीबी हारेगा, देश जीतेगा” अभियान चलाया जा रहा है।
बता दें कि टीबी मुक्त अभियान के तहत आगामी वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसको लेकर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण मानी जाती है।
शहर के प्रसिद्ध चिकित्सकों ने 15 टीबी मरीजों को लिया गोद: डॉ मिहिरकांत झा जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मोहिरकांत झा ने कहा कि दिवाली एवं छठ महापर्व के अवसर पर पूर्णियों के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ देवी राम ने 10 जबकि डॉ अमरेन्द्र झा ने 5 टीबी मरीजों को गोद लिया है।
इन दोनों चिकित्सको द्वारा आगामी 6 माह तक गोद लिए गए टीबी मरीजों को पोषणयुक्त पौष्टिक आहार दिया जाएगा। ताकि टीबी से जल्द छुटकारा मिल सके। दरअसल टीबी रोगियों को दवा सेवन के दौरान पौष्टिक आहार की आवश्यकता सबसे ज्यादा होती है।