- अवैध कमाई के जरिये पूर्णिया और सिल्लीगुड़ी में बनाई अकूत संपत्ति
- अपराध अनुसंधान इकाई की रडार पर दालकोला चेकपोस्ट के पूर्व प्रभारी संजय कुमार उर्फ संजय साह
पूर्णिया:-16 मई(राजेश कुमार झा)बिहार के अतिमहत्वपूर्ण चेकपोस्ट में अगर सबसे पहले किसी चेकपोस्ट का आता है तो वो है दालकोला का चेकपोस्ट.ये बिहार का एक मात्र ऐसा चेकपोस्ट है.जो नॉर्थईस्ट के सात राज्यों को जोड़ती है.जहां प्रतिदिन तकरीबन 13 हजार छोटे-बड़े ट्रक की आवाजाही होती है.कहते है कि इस चेकपोस्ट का प्रभारी बनना हर किसी कर्मी के लिये एक सपना होता है.इसलिये यहां जो एक बार आता है,वो जाना नहीं चाहता है.
बताते चलें कि दालकोला चेकपोस्ट की अवैध कमाई का अंदाजा इसी से लगा सकते है कि संजय कुमार उर्फ संजय साह नाम का जो अंचल कर्मी है,वो अपनी रसूख और पैरवी की बदौलत वर्षो से दालकोला चेकपोस्ट पर रहकर अकूत सम्पत्ति अर्जित कर लिया.जिसके ऊपर आज भी जिला परिवहन विभाग पूरी तरह मेहरबान बने हुए है.जबकि संजय साह का स्थानांतरण जलालगढ़ अंचल में कर दिया गया है.
उसके बाबजूद इनका मोह दालकोला चेकपोस्ट और जिला परिवहन विभाग से नहीं टूटा है.आज भी संजय साह का रसूख जिला परिवहन कार्यालय में किसी से छुपा नहीं है.बताते चलें कि जिला परिवहन पदाधिकारी की अनुशंसा पर राजस्व बढाने के लिये संजय साह को प्रतिनियुक्त किया गया था.लेकिन जब राजस्व नहीं बढ़ा तो संजय साह का ट्रांसफर जलालगढ़ अंचल में कर दिया गया.
सबसे बड़ा सवाल की एक ही अंचल कर्मी को बार-बार दालकोला चेकपोस्ट पर क्यों रखा जाता है.इससे जिला परिवहन विभाग भी सवालों के घेरे में है.क्या संजय साह के अलावे और कोई कर्मी जिला परिवहन विभाग को नजर नहीं आता है.सूत्रों की माने तो दालकोला चेकपोस्ट प्रभारी रहते संजय साह ने पूर्णिया और सिल्लीगुड़ी में भी सम्पत्ति अर्जित की है.जिसकी भनक आर्थिक अपराध इकाई को लग चुकी है.बहुत जल्द संजय साह की कमाई का भंडाफोड़ होगा.