पूर्णिया:-15 अप्रेल(राजेश कुमार झा) झारखंड के रास्ते भागलपुर होकर पूर्णिया से नॉर्थईस्ट की तरफ जाने वाली छाय की कंटेनर में ऐसा क्या है,जिसे पास करवाने के लिये इंट्री माफियाओं वसूलते है 50 हजार रुपये.बताते चलें कि जिला परिवहन कार्यालय के नाक के नीचे इंट्री माफियाओं का इतना बड़ा सिंडिकेट काम कर रहा है और जिला परिवहन कार्यालय सहित MVI तक को इस बात की कानों कान खबर नहीं हो,ये बात कुछ पच नहीं रही है.
सूत्रों की माने तो झारखंड से आने वाली छाय की कंटेनर को बेरोकटोक पूर्णिया के रास्ते नॉर्थईस्ट की ओर जाने वाली इन ट्रकों में ऐसा क्या है,जिसकी जांच तक नहीं की जाती है.दूसरा सवाल इन कंटेनर को पास करवाने के लिये ये इंट्री माफिया 50 हजार रुपया क्यों लेते है.
सूत्रों की माने तो इन छाय के कंटेनर को ये इंट्री माफिया बहुत ही सावधानी से पास करवाते है.इन कंटेनर की जिले में इंट्री होने से पहले ही इन कन्टेनरों का नम्बर इंट्री माफियाओं के पास पहुंच जाता है.ये इंट्री माफिया गिरोह का सदस्य हरदा के पास पहुंच कर इन सभी कन्टेनरों को दिनभर रुकने के लिये कहता है.इस बीच में हर कंटेनर से 50 हजार रुपये वसूल कर इनको कन्फर्म कर दिया जाता है.
उसके बाद रात के 11 बजे के बाद इन कन्टेनरों को बायसी के आगे तक ये इंट्री माफियाओं का गिरोह छोड़कर आता है.सूत्रों के मुताबिक हर हफ्ते 50 से अधिक छाय ढोने वाली कन्टेनरों को पास करवा कर ये इंट्री माफिया एक मोटी रकम की उगाही करते है.
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि जिले में ये इंट्री माफियाओं के इतना बड़ा सिंडिकेट चल रहा है और इसकी जानकारी पुलिस, खनन विभाग,जिला परिवहन पदाधिकारी एवं MVI तक को क्यों नहीं है.सवालों के कटघरे में ये जिला परिवहन पदाधिकारी, खनन पदाधिकारी,पुलिस और MVI.