मृतक मजदूर के परिजनों को बिना जानकारी दिए ही पुलिस की मिलीभगत से करवा दिया पोस्टमार्टम, सवालों के घेरे में फैक्ट्री प्रबंधन और पुलिस, पढ़ें पूरी खबर

पूर्णियाँ

पूर्णिया:-19 अगस्त(राजेश कुमार झा)। भारत सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट इथेनॉल फैक्ट्री की पूर्णिया की जमीन को रास नहीं आ रही है.जिस वजह से आये दिन इथेनॉल फैक्ट्री सुर्खियों में रह रही है.बताते चलें कि बिहार के मुख्यमंत्री और तात्कालीन उद्योग मंत्री शाहनवाज के कर कमलों से पूर्णिया में तकरीबन 100 करोड़ की लागत से बनी इथेनॉल फैक्ट्री का उदघाटन किया गया.

लेकिन दुर्भाग्य देखिये की उदघाटन के बाद ही फैक्ट्री हमेशा सुर्खियों में रहा.बताते चलें कि इथेनॉल फैक्ट्री से दुर्गंध युक्त बहने वाला पानी ने आसपास के सैकड़ों किसानों की जमीन में जा रही है.जिससे वातावरण तो दूषित हो ही रहा है,साथ-साथ जमीन की उपज पर भी असर की संभावना बताई जा रही है.

इथेनॉल फैक्ट्री के सामने बने सड़क से गुजरने वाले लोगों का कहना हुआ कि हमलोग फैक्ट्री की तरफ से जब भी गुजरते है तब फैक्ट्री से निकलने वाली दुर्गंध की वजह से उल्टी आने लगती है.फैक्ट्री के आसपास में रह रहे किसान का कहना हुआ कि फैक्ट्री से निकलने वाला सड़ा हुआ पानी हमलोगों के खेतों मे जाने की वजह से फसल और जमीन दोनों को काफी नुकसान हो रहा है.जिसकी लिखित शिकायत भी हमलोगों ने की है.

दूसरी तरफ महज एक महीने के अंदर दो मजदूरों की मौत ने फैक्ट्री प्रबंधन को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है.बताते चलें कि बांका जिले के अमरपुर गावँ के रणजीत ऋषि उम्र 21 वर्ष जो इथेनॉल फैक्ट्री में काम के दौरान मौत हो गई.मौत की खबर से फैक्ट्री में सन्नाटा छा गया.कोई भी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे है.मौत की सूचना मिलते ही फैक्ट्री प्रबंधन ने तत्काल इसकी सूचना के0 नगर थाने को दी.

के0 नगर थाना और फैक्ट्री प्रबंधन ने मृतक रणजीत ऋषि के माता-पिता एवं किसी भी परिजनों को बिना सूचना दिए आनन-फानन में पोस्टमार्टम करवा दिया और एम्बुलेंस ने रणजीत का शव लेकर मृतक का घर अमरपुर जिला बांका भिजवा दिया.लेकिन फैक्ट्री प्रबन्ध और के0 नगर पुलिस का दुर्भाग्य देखिये की मृतक के परिजनों ने शव ले जा रही एम्बुलेंस को मरंगा टोल प्लाजा के पास ही रोक दिया.

उसके बाद मृतक रणजीत के परिजनों ने शव को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन से मिलने गए और पूछे कि बिना परिजनों के उपस्थिति में आप लोगों ने मेरे बेटे का पोस्टमार्टम क्यों करवा दिया तो प्रबंधन ने उन्हें कोई भी सटीक जबाब नहीं मिला.जब फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से कोई संतोषजनक जबाब नहीं मिला तो मृतक के परिजनों ने के0 नगर थाने में जाकर थानाध्यक्ष से पूछे तो उन्हें भी कोई संतोषजनक जबाब नहीं दिया गया.फिलहाल मृतक के परिजन अपने बेटे की हुई मौत का जिम्मेदार फैक्ट्री प्रबन्धन कि कुव्यवस्था पर दे रहे और और जिले के आलाधिकारियों से अपने बेटे की मौत के लिये इंसाफ की गुहार लगा रहे है.