पूर्णिया/राजेश कुमार झा। बायसी अनुमंडल के पास NH 31 पर सेना को सड़क पर उतरना पड़ा। सेना के हस्तक्षेप के बाद जाम में फंसी एम्बुलेंस को रास्ता मिला एवं जाम में फंसे सैकड़ों लोगों ने भी राहत की सांस ली। बताते चलें कि बायसी थाना क्षेत्र के भौरा पुल चौक पर शकर बलिया से मिलीकटोला हाट अपना मवेशी बेचने जा रहे थे।
इसी दरमियान रास्ते में बायसी थाना की गश्ती गाड़ी ने मवेशी गाड़ी को रुकने का इशारा किया। पुलिस का इशारा देखते ही मवेशी गाड़ी ने गाड़ी रोक दी। मवेशी गाड़ी के रुकते ही गश्ती गाड़ी में बैठे पुलिसकर्मियों ने मवेशी गाड़ी के ड्राइवर से 100 रुपया मांगे। इस पर मवेशी गाड़ी का ड्राइवर पुलिस को 80 रुपया देकर अपनी गाड़ी धीरे-धीरे बढाने लगा। गाड़ी बढ़ता देख पुलिसकर्मी को गुस्सा आ गया और 80 रुपये फेंककर बोला पूरा 100 रुपया दो, नहीं तो गाड़ी साइड में लगाओ। बड़ा बाबू आएगा तब जाना।
इस दौरान दोनों में बहस होने लगा और मवेशी गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। फलस्वरूप एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई है और तीन लोग घायल हो गये। घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है। मौत की खबर सुनते ही हजारों की संख्या में लोगों ने NH-31 को पूरा जाम कर जमकर बवाल काटा।
देखते ही देखते एनएच-31 पर सैकड़ों गाड़ियों की कई किलोमीटर तक लम्बी कतार लग गई। जाम में फंसे लोग त्राहिमाम करने लगे। काफी देर बाद सेना की गाड़ी आयी और किसी तरह जाम को हटाया। इसके बाद जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। घटना के वक्त मृतक का बड़ा भाई उनके साथ मौजूद था।
उसका कहना है कि पुलिस द्वारा मवेशी गाड़ी को रोककर रुपया मांगा जा रहा था, जिसकी वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ। वहीं स्थानीय लोगों ने और मुसाफिर नेशनल हाईवे को जाम कर पुलिस वाले पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। बता दें कि घटना के डेढ़ घंटा बीत जाने के बाद भी बायसी पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची।
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