पूर्णिया : सिर्फ एक अमीन के सहारे चल रहा है शहर का नगर निगम, जमीन नापी के लिये महीनों करना पड़ता है इंतजार

पूर्णियाँ बिहार

पूर्णिया/राजेश कुमार झा। अगर आपकी जमीन नगर निगम में है और आपको अपनी जमीन की नापी करवानी है तो,बिना चढ़ावा दिए आप नगर निगम के चक्कर काटते-काटते थक जाएंगे,लेकिन आपको नापी के लिये समय ही नहीं मिलेगा. सीधी सी बात है जैसा चढ़ावा देंगे वैसा समय मिलेगा.बताते चलें कि नगर निगम क्षेत्र में एक अमीन होने का राजदेव ने बहुत ही नजायज फायदा उठाया.जिससे इसके साथ-साथ बाबुओं की भी जेबें भरती रही.जिससे राजदेव को सभी बाबुओं का भरपूर आशीर्वाद और प्यार मिलता रहा।

जिसका इन्होंने बखूबी इस्तेमाल कर विगत कई वर्षों में अकूत सम्पत्ति अर्जित कर ली.इतना ही नहीं अगर शहर में अतिक्रमण चलने की बात हुई तो सबसे आगे आपको ये रसूखदार अमीन जरूर मिलेंगे.अतिक्रमण के वक्त जिन्होंने इस अमीन को मोटी रकम दी,उनका कोई कुछ भी बिगाड़ नहीं सकता है और जिन्होंने रकम नहीं दी तो उनकी खैर नहीं.अभी फिलहाल इसी तरह का एक ताजा मामला शहर के लाइन बाजार में देखने को मिला.बताते चलें कि अभी से कुछ महीने पहले शहर के लाइन बाजार में अतिक्रमण चल रहा था।

इस अतिक्रमण में लाइन बाजार के मुख्य सड़क पर बने मार्केट कम्प्लेक्स को छोड़ उनके बगल वाले मार्केट कम्प्लेक्स जो कि मुख्य सड़क से 18 फीट अंदर है,के बने हुए शेड जिसकी कीमत तकरीबन 02 लाख है.उसको जेसीबी से तुड़वा दिया और उनके अगल-बगल जितने भी मार्केट कम्प्लेक्स को छुआ तक नहीं. जब इस बारे में नगर निगम अमीन से पूछा तो उन्होंने कहा कि नक्शा के आधार पर अतिक्रमण किया जा रहा है.अब सवाल ये उठता है कि राजदेव अमीन के पास कौन सा नक्शा है।

जिससे उनको मुख्य सड़क पर बने मार्केट कम्प्लेक्स नहीं दिखा.राजदेव अमीन के पास किस तरह का नक्शा है कि मुख्य सड़क से 18 फीट अंदर जाकर शेड तुड़वा दिया.राजदेव अमीन के पास कौन ऐसा नक्शा है जिसमें ये दर्शाया गया है कि अगल बगल का सभी मार्केट कम्प्लेक्स सही है,सिर्फ एक ही मार्केट कम्प्लेक्स गड़बड़ है.ऐसे कई सवाल है,जिनका जबाब नगर निगम के रसूखदार अमीन राजदेव को देना है।