पूर्णिया/राजेश कुमार झा। जिले में इन दिनों ओवरलोडिंग ट्रकों कीइंट्री धड़ल्ले से हो रही है जो एक बड़ी चिंता का कारण बनी हुई है। कानून की धज्जियां उड़ाते हुए पूर्णिया जिले में इंट्री का खेल बेधड़क जारी है। इन्हें न तो किसी कानून का डर और न ही किसी पदाधिकारी का डर।
मजाल क्या है कि कोई पदाधिकारी या पुलिस इनके ओवरलोडिंग ट्रक को रोक ले। इन इंट्री माफियाओं की पहुंच इतनी ऊपर तक है कि कभी भी किसी भी पदाधिकारी का ट्रांसफर करा सकते हैं। दूसरी तरफ पदाधिकारी भी अपनी जेबें गर्म करने के चक्कर में अपनी कर्तव्यों का पालन तक नहीं कर पातेहैं। इन सब बातों की पूरी जानकारी जिला परिवहन कार्यालय को बखूबी पता है।
बताते चलें कि जिले में ओवरलोडिंग ट्रकों की आवाजाही इतनी बढ़ गई है कि जिला परिवहन विभाग की नाक के नीचे मनिहारी और भागलपुर के रास्ते प्रत्येक दिन 300 से 500 ट्रकों से इंट्री माफियाओं द्वारा 15 से 20 लाख रुपयों का बड़ा कारोबार किया जाता है। सबसे बड़ी बात छाई वाली ट्रक जो झारखंड से भागलपुर के रास्ते पूर्णिया में इंट्री होती है तो उस ट्रक से 50 हजार तक इंट्री टैक्स वसूली जाती है।
जानिए कैसे होता है इंट्री माफियाओं का कारोबार : जिले में इंट्री माफियाओं का एक बड़ा गिरोह काम करता है। इन इंट्री माफियाओं के गिरोह में कई लड़के काम करते है। इन सभी लड़कों का रूट फिक्सड होता है। इन सभी रूटों पर इनके लड़के मौजूद रहते हैं। ओवरलोड ट्रक लेकर चलने वालों को भी सब कुछ पता रहता है।
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इन लोगों का कनेक्शन इंट्री माफियाओं के साथ होते ही दाम दर तय हो जाता है। ये इंट्री माफिया गुलाबबाग जीरो माइल, सोनौली चौक, जलालगढ़ हरदा पर मौजूद रहते हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि सारी जानकारी होने के बाबजूद जिला परिवहन विभाग इन इंट्री माफियाओं पर लगाम कसने में विफल क्यों है।