राजद विधायक इजहार असफी ने दिया बड़ा बयान, बोले- तेजस्वी यादव जल्द ही बनेंगे सीएम

बिहार

DESK : बिहार का सियासी गलियारा इन दिनों किसी न किसी नेता के बयानों पर हलचल बनी रहती है. इस आरजेडी विधायक इजहार असफी ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ाई है. दरअसल, किशनगंज में राजद विधायक ने तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है. इजहार असफी ने कहा कि बिहार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग इसे चाहते हैं और मुझे लगता है कि राज्य के अधिकांश नेता इसके लिए तैयार हैं, लेकिन कुछ औपचारिकताएं हैं, शायद इसमें एक या दो महीने लगेंगे.

बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता बड़े नेता जगदानंद सिंह ने दावा किया था कि साल 2022 खत्म होने के बाद साल 2023 में बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बन सकते हैं. हालांकि, जगदानंद सिंह ने इस सफाई देते हुए कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा के अनुसार (ऐसी कोई घोषणा सार्वजनिक रूप से नहीं की गई है) हमें लगता है कि 2022 बीतने के बाद 2023 में नीतीश देश की लड़ाई लड़ेंगे और बिहार के भविष्य की लड़ाई तेजस्वी यादव के हाथ में सौंप देंगे.

बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन ने मंगलवार (11 अक्टूबर) को घोषणा की कि उसका सबसे बड़ा घटक राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार उतारेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू), कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकापा),भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) समेत महागठबंधन के अन्य सहयोगी दलों के नेता भी समर्थन किया है.

वहीं, इन दोनों सीटों के लिए बीजेपी ने कुछ दिन पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी. मांझी ने आरजेडी उम्मीदवारों के नामों का खुलासा किया. मोकामा सीट को लेकर उत्सुकता का महौल है. यहां से चार बार के विधायक रहे अनंत कुमार सिंह को अदालत ने उनके आवास से हथियार और विस्फोटक मिलने के मामले में दोषी ठहराया था जिसकी वजह से उन्हें अयोग्य करार दिया गया था और इस सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी. उप चुनाव में सिंह की पत्नी नीलम देवी आरजेडी उम्मीदवार होंगी.

गोपालगंज में आरजेडी (RJD) ने एक पुराने पार्टी नेता मोहन प्रकाश गुप्ता (Mohan Prakash Gupta) को चुनावी मैदान में उतारा है, जो वैश्य समुदाय से हैं और इस समुदाय के लोगों को बड़े पैमाने पर बीजेपी के समर्थकों के रूप में देखा जाता है. गोपालगंज सीट चार बार के बीजेपी विधायक रहे सुभाष सिंह की हाल में हुई मृत्यु के बाद खाली हुई थी. बीजेपी (BJP) ने उनकी पत्नी कुसुम देवी को टिकट दिया है और उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है.