अशोक “अश्क” बिहार में नशे के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। रोहतास जिले के नौहट्टा थाना क्षेत्र में पुलिस ने करीब 20 करोड़ रुपये की अफीम की खेती को नष्ट किया है। इस ऑपरेशन का नेतृत्व जिले के एसपी रौशन कुमार ने किया। पुलिस ने बिहार-झारखंड सीमा के बेलौजा सोनडीला इलाके में एक बड़ी छापेमारी की, जिसके दौरान अफीम की 10 एकड़ में फैली खेती को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।

इस ऑपरेशन में एसपी, डीएसपी, 23 थानाध्यक्ष और लगभग 500 पुलिस कर्मी शामिल थे। पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह छापेमारी की गई। सूचना थी कि रोहतास जिले के सुदूर सिंहपुर गांव में अफीम की खेती की जा रही है।
इसके बाद पुलिस ने इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया और ट्रैक्टर का इस्तेमाल कर अफीम की फसल को नष्ट कर दिया। पुलिस के अनुसार, 10 एकड़ में फैली इस अफीम की खेती की कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये थी। हालांकि, अगर फसल पूरी तरह से तैयार हो जाती, तो इसकी कीमत और भी बढ़ सकती थी।
इस कार्रवाई में अफीम की मोटी-मोटी गांठें लहराती हुई खुली धूप में लहलहा रही थीं। पुलिस ने अफीम की खेती के साथ-साथ कई शराब भट्ठियों को भी ध्वस्त किया है, जो इलाके में अवैध शराब का कारोबार कर रही थीं। इस ऑपरेशन से पुलिस ने न केवल अफीम की खेती, बल्कि अवैध शराब के कारोबार पर भी बड़ा प्रहार किया है।
जिससे यह संदेश दिया गया है कि बिहार सरकार नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। हालांकि, पुलिस ने इस ऑपरेशन के दौरान अफीम की खेती करने वाले लोगों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। माना जा रहा है कि ये लोग बहुत ही संगठित थे और लंबे समय से अफीम की खेती कर रहे थे।
पुलिस ने इस इलाके में बड़ी छानबीन की है और नशे के कारोबार में लिप्त लोगों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान जारी रखा है। इस छापेमारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि यह कार्रवाई अन्य नशे के कारोबारियों के लिए एक चेतावनी होगी। बिहार में नशे के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए सरकार और पुलिस दोनों ने इसे गंभीरता से लिया है।
इस तरह की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि राज्य में नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं और इस पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस पूरी तरह से सक्रिय है। बीते कुछ सालों से बिहार में नशे के कारोबार में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही थी, खासकर अफीम और शराब का अवैध कारोबार।
ऐसे में इस तरह की कार्रवाई राज्य सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। वहीं, स्थानीय जनता भी इस छापेमारी को लेकर पुलिस के प्रति आभार व्यक्त कर रही है, क्योंकि इस तरह की कार्रवाई से न केवल अफीम के व्यापार पर रोक लगेगी, बल्कि समाज में नशे के प्रभाव को भी कम किया जा सकेगा।