अशोक “अश्क” समस्तीपुर शहर में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शहर में कुल 141 नए चापाकल लगाए जाएंगे, जिससे हर वार्ड में पानी की सुविधा को बेहतर बनाया जाएगा। नगर निगम की योजना के तहत प्रत्येक वार्ड में तीन-तीन चापाकल लगाए जाएंगे, जबकि वार्ड में एक समरसेबल भी स्थापित किया जाएगा।
यह कदम समस्तीपुर शहर में पानी की लगातार बढ़ती मांग को पूरा करने के उद्देश्य से उठाया गया है। नगर निगम समस्तीपुर के अंतर्गत कुल 47 वार्ड आते हैं, जहां इन नए चापाकल और समरसेबल की स्थापना की जाएगी। नगर निगम बोर्ड से इस परियोजना की स्वीकृति मिल चुकी है, और अब इसे लागू करने के लिए पीएचईडी, समस्तीपुर को टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
पहले नगर निगम ने नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार सरकार को इस मामले में पत्र लिखा था, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो पीएचईडी से पहल करने की मांग की गई। इससे पहले नगर परिषद के तहत 27 वार्डों में चापाकल लगाए गए थे, लेकिन इनमें से कई चापाकल सार्वजनिक स्थानों से गायब हो गए और कुछ चापाकल खराब हो गए।
जिन चापाकलों का संचालन जारी था, वे भी पर्याप्त नहीं थे, और उनकी संख्या जरूरत के मुकाबले बहुत कम थी। इसके बाद जब नगर निगम का गठन हुआ, तो नए 16 वार्ड शामिल किए गए, जिससे कुल 47 वार्ड बन गए। इन नए वार्डों में भी चापाकल की भारी कमी थी, और कई पुराने चापाकल खराब हो चुके थे।
इसके अतिरिक्त, नल जल योजना की स्थिति भी बहुत खराब थी, जिससे हर साल खासकर गर्मी के मौसम में जल संकट की समस्या और भी गंभीर हो जाती थी। समस्तीपुर शहर में गर्मी के मौसम में पानी की भारी किल्लत होती है, जिससे नागरिकों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ता है। पुराने और खराब चापाकल के कारण कई लोग पानी के लिए परेशान रहते हैं।
इस संकट से निपटने के लिए नगर निगम ने एक ठोस योजना बनाई है, जिसमें हर वार्ड में पानी की सुविधा बेहतर बनाने के उद्देश्य से चापाकल लगाए जाएंगे। साथ ही, समरसेबल की स्थापना से पानी की सप्लाई की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी।
इस योजना के तहत समस्तीपुर शहर में जल संकट की समस्या को हल करने में मदद मिलेगी, और लोगों को गर्मी के मौसम में पानी के लिए अधिक संघर्ष नहीं करना पड़ेगा। यह कदम नगर निगम द्वारा की गई एक बड़ी पहल है, जो शहरवासियों के लिए एक राहत का संदेश लेकर आया है।