जिले में वृक्षारोपण को बढ़ावा देने को ले डीएम की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक , शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने का दिया निर्देश

समस्तीपुर

समस्तीपुर, कौशल। समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में विभिन्न विभागों द्वारा वृक्षारोपण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रत्येक विभाग को प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष विभागवार समीक्षा की गई,; एवं कई दिशा निर्देश दिए गए वृक्षारोपण में शपथ प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने का आदेश डीएम ने दिया।

बैठक में सर्वप्रथम नगर निकाय, समस्तीपुर द्वारा वृक्षारोपण में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने पर सराहना की गई। समीक्षा बैठक में पाया गया कि जिला स्तर पर मनरेगा ने वृक्षारोपण में 92% लक्ष्य हासिल कर लिया है लेकिन प्रखंडवार समीक्षा के दौरान पाया गया कि कई प्रखंडों ने अभी तक 90 % लक्ष्य भी पूरा नहीं किया है।

जिला अधिकारी ने निर्देश दिए कि मनरेगा के तहत वृक्षारोपण का कार्य शीघ्र शत-प्रतिशत किया जाए।इसी प्रकार उद्यान विभाग द्वारा वृक्षारोपण में मात्र 66 प्रतिशत ही लक्ष्य प्राप्त किया गया है, जिस पर जिला अधिकारी ने शीघ्र ही सम्पूर्ण लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया।वहीं वन विभाग द्वारा 74 % एवं पथ निर्माण विभाग द्वारा मात्र 57% लक्ष्य हासिल किया गया है , संबंधित पदाधिकारीयों द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्द से जल्द वृक्षारोपण कर लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा।

बैठक में पाया गया कि कई विभागों ने वृक्षारोपण का 50 % लक्ष्य भी पूरा नहीं किया है। जहां पंचायती राज विभाग, मत्स्य विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 30-30 प्रतिशत प्रत्येक विभाग द्वारा लक्ष्य हासिल किया गया, वही भवन निर्माण विभाग द्वारा मात्र 25 % एवं जीविका द्वारा मात्र 18 % लक्ष्य हासिल किया गया है ।

जिला अधिकारी ने इन विभागों के संबंधित अधिकारियों को विशेष रूप से वृक्षारोपण में वृद्धि करने का सक्त निर्देश दिया। शिक्षा विभाग, आईसीडीएस और स्वास्थ्य विभाग ने वृक्षारोपण मे शून्य प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया और साथ ही सूची में सबसे निचले स्थान पर रहे। जिला अधिकारी ने इन विभागों द्वारा वृक्षारोपण का कार्य शुरू होने तक इन विभागों के नोडल अधिकारियों का वेतन रोकने का निर्देश दिया।

बैठक में पाया गया कि कई पंचायतों में नीलगाय द्वारा पौधों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, जिला पदाधिकारी ने इसका समाधान निकालने के लिए जिला वन पदाधिकारी, मनरेगा एवं मुखियाओं की संयुक्त बैठक आयोजित कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। समीक्षा के दौरान पाया गया कि वृक्षारोपण तो किया जा रहा है

लेकिन उसके संरक्षण पर कम ध्यान दिया जा रहा है, जिस पर जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि पौधों के संरक्षण पर भी ध्यान दिया जाए।बैठक में जिलाधिकारी के अलावा उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता,नगर आयुक्त,जिला पंचायती राज पदाधिकारी एवं अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।