समस्तीपुर, रेल मंडल के समस्तीपुर मुख्यालय स्थित यांत्रिक कारखाना में शनिवार की देर शाम कारखाना के मिल राईट सेक्शन में कार्यरत सीनियर सेक्शन इंजीनियर मंटू कुमार को एक ठेकेदार से 20 हजार रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई की सात सदस्यीय टीम ने कारखाना गेट के पास ही मंटू कुमार को दबोच लिया।
बताया गया है कि आरोपी इंजीनियर अपनी ड्यूटी समाप्त कर कारखाना गेट से जैसे ही बाहर निकल रहे थे बाहर खड़े सीबीआई की टीम ने उन्हें रोक कर तलाशी लेते हुए रिश्वत के सारे रुपए भी बरामद करते हुए उन्हें अपने साथ पटना लेती चली गई।जबतक कारखाना के अन्य अधिकारियों एवं कर्मियों को इसकी जानकारी मिलती, तबतक सीबीआई की टीम आरोपित इंजीनियर को लेकर मुख्यालय से निकल चुकी थी। हालांकि सीबीआई की इस कार्रवाई के बारे में कारखाना में कार्यरत अन्य कोई भी अधिकारी कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं।
कारखाना का कंट्रोल पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के स्तर से होता है, जिसके कारण स्थानीय कोई भी अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। वैसे कारखाने में कार्यरत एक रेलवे अधिकारी नहीं नाम नहीं छापने की शर्त पर पर बताया कि ग्वालियर की एक कंपनी द्वारा 6 महीने पूर्व कारखाने में बैगन निर्माण से संबंधित एक बोल्ट मशीन को इंस्टॉल किया गया था।
इसका पेमेंट देने में आरोपित इंजीनियर मंटू कुमार द्वारा अवैध 20 हजार रुपए देने की मांग की जा रही थी।रेलवे सूत्रों की मानें तो शनिवार दोपहर के बाद ही इस आरोपित सेक्शन इंजीनियर को दबोचने के प्रयास में थी। सीबीआई की सात सदस्यीय टीम दो वाहन से कारखाना गेट के पास पहुंच कर मौके की तलाश में थी जिन्हें देर शाम पकड़ने का मौका मिला।
इस संबंध में पूछे जाने पर समस्तीपुर रेल मंडल प्रबंधक विनय श्रीवास्तव ने बताया कि समस्तीपुर यांत्रिक कारखाना में सीबीआई के द्वारा क्या कार्रवाई की गई है और सीनियर सेक्शन इंजीनियर मंटू कुमार को क्यों पकड़ा गया है इसकी जानकारी अभी तक सीबीआई टीम के द्वारा उन्हें उपलब्ध नहीं कराई गई है। बताया कि वे अपने स्तर से इस मामले की जानकारी लेकर आगे कुछ बताने में सक्षम होंगे।