समस्तीपुर, जिला मुख्यालय के 112 नंबर विभाग में कार्यरत 30 वर्षी महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने कल देर शाम ऑन ड्यूटी कार्यालय में ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटना की सूचना पाते हैं पूरे पुलिस महकमा में हड़कंप पहुंच गया है।
महिला सिपाही की सरकारी आवास से जो सुसाइड नोट बरामद किए गए हैं उसमें उसने अपने वरिय अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगायी हैं। अर्चना कुमारी का पति सुमन कुमार भी जिला मुख्यालय में ही सिपाही के पद कार्यरत है। दो महीने पूर्व सुमन को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। दोनों गया जिले के सिजासराय के रहने वाले बताए गए हैं।
घटना के बारे में बताया गया है कि अर्चना कुमारी लगभग 10:00 बजे रात में जिला मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में ऑन ड्यूटी थी। अर्चना कुमारी के सहयोगियों का बताना है कि उस समय कार्यालय में कोई और नहीं था। इसी बीच छत में लगे हूक से फंदा लगाकर उसने आत्महत्या कर ली।
कार्यालय में जब अन्य कर्मी पहुंचे तो अर्चना कुमारी को फंदे से लटकते हुए देख वरिय अधिकारियों को सूचना दी। एसपी विनय तिवारी समेत सभी वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गये। अर्चना को सदर अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया।
इधर मृतका अर्चना कुमारी द्वारा जो आत्महत्या का कारण सुसाइड नोट में बताया गया है उसमें यह आरोप लगायी है कि पुलिस लाइन के मेजर द्वारा इन दोनों को लगातार प्रताडित किया जा रहा था। इस संबंध में कई बार वरिय अधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाई गई मगर इस संबंध में अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है।
अर्चना कुमारी के सुसाइड नोटस में इस बात का भी उल्लेख है कि प्रताड़ित करने की वजह से वे दोनों मानसिक रूप से काफी परेशान हो गए हैं जिससे लाचार होकर अब वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गई है।इस संबंध में पूछे जाने पर आरोपित मेजर कमलनयन ने महिला सिपाही द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है।
इधर इस संबंध में पूछे जाने पर मुख्यालय डीएसपी अमित कुमार एवं सदर डीएसपी संजय कुमार पांडे ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सभी मामलों की जांच पड़ताल की जा रही है। जो भी उचित कार्रवाई होगी वह निश्चित ही की जाएगी। ऑन ड्यूटी 112 नंबर में कार्यरत महिला कांस्टेबल ने गले में फंदा लगाकर की आत्महत्या, जांच पड़ताल के क्रम में सुसाइड नोट भी किए गए बरामद।
समस्तीपुर, जिला मुख्यालय के 112 नंबर विभाग में कार्यरत 30 वर्षी महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने कल देर शाम ऑन ड्यूटी कार्यालय में ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटना की सूचना पाते हैं पूरे पुलिस महकमा में हड़कंप पहुंच गया है।
महिला सिपाही की सरकारी आवास से जो सुसाइड नोट बरामद किए गए हैं उसमें उसने अपने वरिय अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगायी हैं। अर्चना कुमारी का पति सुमन कुमार भी जिला मुख्यालय में ही सिपाही के पद कार्यरत है। दो महीने पूर्व सुमन को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। दोनों गया जिले के सिजासराय के रहने वाले बताए गए हैं।
घटना के बारे में बताया गया है कि अर्चना कुमारी लगभग 10:00 बजे रात में जिला मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में ऑन ड्यूटी थी। अर्चना कुमारी के सहयोगियों का बताना है कि उस समय कार्यालय में कोई और नहीं था। इसी बीच छत में लगे हूक से फंदा लगाकर उसने आत्महत्या कर ली। कार्यालय में जब अन्य कर्मी पहुंचे तो अर्चना कुमारी को फंदे से लटकते हुए देख वरिय अधिकारियों को सूचना दी। एसपी विनय तिवारी समेत सभी वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गये। अर्चना को सदर अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया।
इधर मृतका अर्चना कुमारी द्वारा जो आत्महत्या का कारण सुसाइड नोट में बताया गया है उसमें यह आरोप लगायी है कि पुलिस लाइन के मेजर द्वारा इन दोनों को लगातार प्रताडित किया जा रहा था। इस संबंध में कई बार वरिय अधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाई गई मगर इस संबंध में अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। अर्चना कुमारी के सुसाइड नोटस में इस बात का भी उल्लेख है कि प्रताड़ित करने की वजह से वे दोनों मानसिक रूप से काफी परेशान हो गए हैं जिससे लाचार होकर अब वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गई है।
इस संबंध में पूछे जाने पर आरोपित मेजर कमलनयन ने महिला सिपाही द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है।
इधर इस संबंध में पूछे जाने पर मुख्यालय डीएसपी अमित कुमार एवं सदर डीएसपी संजय कुमार पांडे ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सभी मामलों की जांच पड़ताल की जा रही है। जो भी उचित कार्रवाई होगी वह निश्चित ही की जाएगी।