लैपटॉप न खरीदने पर 50 पुलिसकर्मियों का वेतन रोका, समस्तीपुर एसपी का कड़ा कदम

समस्तीपुर

समस्तीपुर, अशोक “अश्क” बिहार के समस्तीपुर जिले में लगभग 50 पुलिसकर्मियों का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया गया है। यह कार्रवाई एसपी अशोक झा ने की है, जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। दरअसल, पुलिस मुख्यालय ने अपराधिक घटना की जांच की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और इसे तेजी से पूरा करने के लिए सभी अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारियों को लैपटॉप और स्मार्टफोन खरीदने का निर्देश दिया था।

इसके तहत 55 वर्ष से कम आयु वाले पुलिस इंस्पेक्टर, दारोगा और जमादारों को अपने खर्चे से लैपटॉप व मोबाइल खरीदकर उसका बिल मुख्यालय में जमा करना था। इसके बाद विभाग द्वारा लैपटॉप के लिए अधिकतम 60 हजार और स्मार्टफोन के लिए अधिकतम 20 हजार रुपये की राशि वापस की जानी थी। इस खरीदारी की एक अंतिम तिथि भी निर्धारित की गई थी।

मुख्यालय के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद कई पुलिसकर्मियों ने अभी तक लैपटॉप और मोबाइल की खरीद नहीं की है। इनमें से कुछ ने आर्थिक तंगी का हवाला दिया, जबकि कुछ ने अन्य कारण बताए। इस लापरवाही के कारण अपराधिक घटनाओं की जांच प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए एसपी ने सख्त कदम उठाते हुए 50 पुलिसकर्मियों के वेतन पर रोक लगा दी है।

गौरतलब है कि तीन नए आपराधिक कानूनों के लागू होने के बाद डिजिटल साक्ष्यों का महत्व बढ़ गया है। अब पुलिस जांच के साथ-साथ कोर्ट ट्रायल के दौरान भी ऑडियो-वीडियो साक्ष्य जरूरी हो गए हैं। ऐसे में अनुसंधान करने वाले पुलिस पदाधिकारियों को आधुनिक उपकरणों से लैस करना अनिवार्य हो गया है।

इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय ने सभी 55 वर्ष से कम आयु के पुलिस पदाधिकारियों को लैपटॉप और स्मार्टफोन खरीदने के निर्देश दिए थे। इस संबंध में मुख्यालय डीएसपी कृष्ण कुमार दिवाकर ने पुष्टि करते हुए कहा कि अधिकांश पुलिस अधिकारियों ने लैपटॉप खरीद लिया है, लेकिन लगभग 50 पुलिसकर्मी अब भी इससे वंचित हैं।

इसी कारण उनके वेतन पर रोक लगाई गई है। यह कार्रवाई पुलिस विभाग में चर्चा का विषय बन गई है। पुलिसकर्मी जहां इसे कठोर निर्णय मान रहे हैं, वहीं अधिकारियों का कहना है कि घटनाओं की जांच में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब देखना होगा कि इन पुलिसकर्मियों द्वारा लैपटॉप और स्मार्टफोन की खरीद जल्द की जाती है या नहीं, ताकि उनका वेतन बहाल हो सके।