मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन द्वितीय भारतीय भाषा की परीक्षा संपन्न, 1160 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित

समस्तीपुर

समस्तीपुर, अशोक “अश्क” बुधवार को मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन दोनों पाली में द्वितीय भारतीय भाषा की परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा को लेकर सुबह आठ बजे से ही विभिन्न परीक्षा केंद्रों के बाहर परीक्षार्थियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों के गेट पर सघन जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया।

सुबह 8 बजे से इंट्री शुरू होकर 9 बजे तक जारी रही, इसके बाद प्रवेश बंद कर दिया गया। इस परीक्षा में संस्कृत के अलावा अरबी, फारसी और भोजपुरी भाषा की परीक्षा ली गई। परीक्षार्थियों को इनमें से किसी एक विषय का चयन कर परीक्षा देनी थी। प्लस टू तिरहुत एकेडमी केंद्र पर परीक्षा देने आए छात्रों ने बताया कि संस्कृत व्याकरण के प्रश्न कठिन थे और इन्हें हल करने में अधिक समय लग रहा था।

लॉन्ग आंसर टाइप के सवाल भी उलझाऊ थे, जिससे परीक्षा को समय पर पूरा करना चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। पहली पाली में कुल 33,444 परीक्षार्थियों को शामिल होना था, लेकिन 32,857 परीक्षार्थी ही परीक्षा में उपस्थित हुए, जबकि 587 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में 32,958 परीक्षार्थियों के शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन केवल 32,385 परीक्षार्थी ही परीक्षा में उपस्थित हुए और 573 परीक्षार्थी गायब रहे।

इस तरह दोनों पाली मिलाकर कुल 1,160 परीक्षार्थी परीक्षा से अनुपस्थित रहे। परीक्षा के दौरान केंद्रों के बाहर अभिभावकों और सहयोगियों की भारी भीड़ देखी गई। उनके जमावड़े के कारण परीक्षा केंद्रों के बाहर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। लोग सड़कों पर ही अपनी बाइक और वाहन खड़े कर देते थे, जिससे आम जनता को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।

दूसरी पाली में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी पहली पाली से ही केंद्रों के बाहर डटे रहे, जिससे स्थिति और अधिक जटिल हो गई। पैदल चलना भी मुश्किल हो गया, जिससे स्थानीय लोगों को काफी असुविधा हुई। प्रशासन द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, जिससे परीक्षा केंद्रों के बाहर अव्यवस्था बनी रही।