-तेज प्रताप पर भी साधन निशान
अशोक “अश्क” सेंट्रल डेस्क बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहा है, इस चुनावी माहौल में राजनीतिक दलों के नेता अपनी तैयारियों में जुटे हैं। कई नेता प्रदेश के विभिन्न जिलों में यात्रा पर निकले हैं, जिनमें राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी शामिल हैं। इन दिनों वे बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं, और इसी कड़ी में वे भागलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव और वन नेशन वन इलेक्शन पर बड़ा बयान दिया।
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि देश का रुझान अब वन नेशन, वन इलेक्शन की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि 2025 में बिहार का रुझान भी एनडीए की ओर होगा और उनका व्यक्तिगत रुख भी एनडीए के पक्ष में है। कुशवाहा ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में यह दावा किया कि एनडीए को समर्थन मिलने वाला है और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन को बिहार में सत्ता प्राप्ति की कोई संभावना नहीं है।
इस दौरान उपेन्द्र कुशवाहा ने विपक्षी नेता और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को यह अच्छी तरह से समझ में आ गया है कि वे अगले चुनाव में सत्ता में नहीं आने वाले हैं, इसलिए वे लगातार बेतुके बयान दे रहे हैं। कुशवाहा ने आगे यह भी कहा कि बीपीएससी के उम्मीदवारों पर अपनी सहानुभूति दिखाने वाले तेजस्वी यादव को यह याद रखना चाहिए कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव की सरकार में ही बीपीएससी को बंद कर दिया गया था।
इसके अलावा, कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार की जनता को झांसा देकर सत्ता में आने का प्रयास कर रहे हैं, जो सफल नहीं होगा। उपेन्द्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव की उस घोषणा पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है तो महिलाओं को माई बहिन मान योजना के तहत 2500 रुपये प्रति माह दिया जाएगा।
कुशवाहा ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो कदम उठाए हैं, उनके मुकाबले तेजस्वी यादव की योजना कोई मायने नहीं रखती। कुल मिलाकर, उपेन्द्र कुशवाहा ने विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की राजनीति में एनडीए की वापसी का दावा किया और तेजस्वी यादव के कई वादों और दावों पर सवाल उठाए।