प्रत्येक मंगलवार के अलावा हर वर्ष श्री राम विवाहोत्सव काफी धूमधाम से मनाया जाता है।
समस्तीपुर आर. कौशलेंद्र। समस्तीपुर शहर के कचहरी परिसर स्थित बजरंगबली का मंदिर लगातार भक्ति भाव का एक प्रमुख स्थल के रूप में अपनी पहचान बनाता जा रहा है। हालांकि इस मंदिर की स्थापना का इतिहास काफी पुराना है, लेकिन बजरंगबली की कृपा से यह मंदिर न केवल शहर के वासियों के बीच बल्कि पूरे जिले के लोगों का आस्था, विश्वास एवं भक्ति के केंद्र स्थल के रूप में अपनी पहचान बना लिया है।
वैसे तो प्रत्येक दिन सुबह से रात तक यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन मंगलवार को दिन भर भक्तों का जमवाड़ा लगा रहता है। इतना ही नहीं सालों भर भगवान बजरंगबली के अलावा मंदिर के प्रति श्रद्धा रखने वाले भक्तों द्वारा यहां तरह-तरह के भक्ति पूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।
इसी कड़ी में संपन्न हुए श्री राम विवाह उत्सव यानी विवाह पंचमी के अवसर पर पिछले तीन दिनों का भव्य आयोजन किया गया था। पूरे मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे लाइटों से सजाकर लगातार राम धुन के साथ-साथ राम चरित्र मानस का पाठ, अष्टयाम महायज्ञ, श्री राम एवं माता सीता का विवाह चित्रण एवं भजन सहित कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान किए गए।
हालांकि जन सहयोग से ही सारे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है लेकिन लोग बिना मांगे ही श्रद्धा के तहत अपनी ओर से तन मन धन से प्रत्येक उत्सव में सहयोग करते हैं। आम जनता के सहयोग एवं भागीदारी से सभी कार्यक्रमों में चार चांद लग जाते हैं।
मंदिर के आयोजकों मैं प्रमुख रूप से सारी व्यवस्था की देखरेख करने वाले पुजारी कमलेश कुमार, सुरेश झा, निवेंद्र प्रसाद सिंह उर्फ़ महात्मा जी, अधिवक्ता महेश प्रसाद यादव राजेश कुमार एवं रजनीश कुमार के अलावा मंदिर से जुड़े कई लोगों ने बताया कि मंदिर का इतिहास तो काफी पुराना है
लेकिन पिछले 32 वर्षों से यहां जन सहयोग से भक्तों के लिए जो कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं उसको लेकर इस मंदिर के प्रति लोगों की अपार श्रद्धा लगातार बढ़ती जा रही है। मान्यता है कि जो भी भक्त है श्रद्धा एवं विश्वास के साथ भगवान राम के दूत के रूप में स्थापित हनुमान जी से अर्जी लगता है वह अवश्य पूरा होता है।