केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दरभंगा में किया मखाना किसानों से संवाद, मखाना बोर्ड गठन की घोषणा

समस्तीपुर

पटना, अशोक “अश्क” केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को बिहार के दरभंगा पहुंचे, जहां उन्होंने मखाना अनुसंधान केंद्र में आयोजित किसान संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। उनके साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम से पहले केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली मोड़ स्थित मखाना अनुसंधान केंद्र में मखाना उत्पादों से संबंधित 10 स्टालों का निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत की।

शिवराज सिंह चौहान का दरभंगा दौरा अलग ही अंदाज में देखने को मिला। वह किसानों के बीच खेतों में उतरे और मखाना की खेती में हाथ आजमाया। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे खेत में मखाना के पौधे लगाते हुए दिख रहे हैं। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी किसानों से संवाद कर रहे थे।

मखाना अनुसंधान केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से मखाना किसानों की उत्पादन लागत को कम किया जाएगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मखाना किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर उनकी समस्याओं को दूर किया जाएगा, जिससे उन्हें अधिक लाभ मिल सके। केंद्रीय कृषि मंत्री ने मखाना बोर्ड के गठन को लेकर किसानों से सुझाव भी मांगे।

उन्होंने कहा कि बिहार का मखाना सुपर फूड के रूप में पहचाना जाता है और इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, बिहार के किसानों का टैलेंट और मेहनत अद्भुत है। हम उनके साथ मिलकर मखाना उत्पादन को और अधिक सशक्त बनाएंगे।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मखाना किसानों को बेहतर अवसर देने और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए मखाना बोर्ड का गठन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह बोर्ड किसी दफ्तर में बैठकर नहीं बनेगा, बल्कि किसानों के विचारों के आधार पर इसका स्वरूप तय किया जाएगा।

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम उन लोगों के बीच जाते हैं, जिनके लिए हम काम कर रहे हैं। इसलिए हमने तय किया कि कृषि भवन में बैठकर मखाना बोर्ड नहीं बनाया जाएगा। मैं खुद किसानों के बीच आया हूं, उनकी समस्याएं सुनी है और उन्हीं के सुझावों के आधार पर इस बोर्ड का गठन होगा।

अपने संबोधन के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को भागलपुर आने वाले हैं, जहां वे देशभर के 9 करोड़ 80 लाख किसानों के खातों में 22,700 करोड़ रुपये की किसान सम्मान निधि की राशि ट्रांसफर करेंगे। उन्होंने इसे छोटे किसानों के लिए वरदान बताया और कहा कि यह योजना किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

केंद्रीय मंत्री के इस दौरे से दरभंगा के मखाना किसानों को नई उम्मीदें मिली हैं। मखाना उत्पादन को लेकर सरकार की गंभीरता को देखते हुए किसान नई तकनीकों और सरकारी सहायता से लाभान्वित होने की उम्मीद कर रहे हैं। मखाना बोर्ड बनने के बाद किसानों को उनकी समस्याओं से निजात मिलने के साथ-साथ बेहतर बाजार, उच्च गुणवत्ता वाले बीज और नई तकनीक का लाभ भी मिल सकेगा।

किसानों ने केंद्रीय कृषि मंत्री की इस पहल का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि मखाना बोर्ड बनने से उनकी समस्याओं का समाधान होगा। एक किसान ने कहा, हम लंबे समय से सरकार से यह मांग कर रहे थे कि मखाना की खेती को संरक्षित किया जाए और इसके बाजार को विस्तारित किया जाए। अब जब सरकार इस पर गंभीरता से काम कर रही है, तो हम सभी को काफी उम्मीदें हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि सरकार मखाना को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मखाना की खेती को अधिक वैज्ञानिक और लाभकारी बनाने के लिए नए शोध, नई तकनीक और सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा, जिससे किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी हो सके। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के दरभंगा दौरे ने मखाना किसानों के बीच एक नई ऊर्जा और उम्मीद पैदा की है।

सरकार द्वारा मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा, लागत कम करने के उपाय और तकनीकी सहायता से इस उद्योग को नया आयाम मिल सकता है। किसानों को अब सरकार की अगली कार्यवाही का इंतजार है, जिससे यह तय होगा कि मखाना उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कौन-कौन से ठोस कदम उठाए जाते हैं।