नवादा/पंकज कुमार सिन्हा। नगर स्थित गांधी इंटर स्कूल में भक्ति आंदोलन के महान संत गुरु रविदास जी की 645वीं जयंती श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस मौके पर प्राचार्य अफ़ज़ल सआदत हुसैन सहित सभी शिक्षकों ने संत रविदास के चित्र पर माल्यार्पण किया और महान संत के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया। प्राचार्य ने बताया कि संत रविदास ने ‘ मन चंगा तो कठौती में गंगा’ जैसे अमर संदेश देकर समाज में समरसता का संदेश दिया।
शिक्षक दिनेश कुमार दास ने संत रविदास के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म लगभग 1398 ईस्वी में माघ मास की पूर्णिमा तिथि को काशी में हुआ था। उनके पिता संतोख दास और माता कलसा देवी चर्मकार का काम करते थे और रविदास ने भी उसी पेशे को अपनाते हुए समाज के फैले जातिवाद और कर्मकांड का विरोध किया और कर्म को ही पूजा माना। शिक्षक डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि संत रविदास कबीरदास के समकालीन थे और मीराबाई के गुरु थे।
शिक्षक महेश झा ने बताया कि संत रविदास जी के गीत और छंद सरल ब्रजभाषा में हैं और उनका सामाजिक प्रभाव बहुत गहरा है। इस मौके पर शिक्षक आबिद अख्तर, रामचन्द्र प्रसाद, किशोरी शरण वर्मा, भवेश यादव, गिरिजा नन्दन प्रसाद, सुबोध कुमार, संतोष कुमार, राजेश कुमार सिंह, राकेश रंजन, अवधेश कुमार, राकेश कुमार, सुरेंद्र सिन्हा शिक्षिका किरण बाला, अनुसुमन भारती, संगीता कुमारी, दरख्शां और सुजाता प्रियम भी उपस्थित थे।
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