शहीद धर्मेंद्र कुमार के 12 वर्षीय पुत्र ने मुखाग्नि दी लोगों में नक्सलियों खिलाफ देखा गया आक्रोश

सासाराम

सासाराम/अरविंद कुमार सिंह : जब तक सूरज चांद रहेगा धर्मेंद्र तुम्हारा नाम रहेगा के नारों के साथ लोगों में आक्रोश देखने को मिला। धर्मेंद्र कुमार के 12 वर्षीय पुत्र ने मुखाग्नि दी तो गांव में मातम छा गया लोगों में आक्रोश देखने को मिला वही गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद की विदाई दी गई पिता को सीआरपीएफ के डीआईजी ने तिरंगा देते हुए सम्मानित किया पिता ने कहा कि देश सेवा की सेवा के लिए मैं सब कुछ निछावर करने को तैयार हूं।

ओडिशा के नव पाड़ा में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ के दौरान शहीद रोहतास जिले के काराकाट प्रखंड के सरैया निवासी धर्मेंद्र कुमार सिंह का शव जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंचा शहीद को शहीद धर्मेंद्र कुमार सिंह का। शव आने की सूचना पर पहुंचे रोहतास पुलिस कप्तान आशीष भारती बिक्रमगंज एसडीपीओ शशि भूषण सिंह प्रभारी अनुमंडल अधिकारी मधुसूदन प्रसाद काराकाट वीडियो सिद्धार्थ कुमार सीईओ अमरेश कुमार कछवा थाना अध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने शहीद को श्रधांजलि अर्पित की। पटना रेज के सीआरपीएफ डीआईजी- संजय कुमार पुषाजली अर्पित की।

शहीद के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़—-
शहीद की श्रद्धांजलि सभा में अंतिम दर्शन के लिए रखे गए शव को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हाथों में तिरंगा लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों एवं युवाओं ने अपने मिट्टी के लाल शहीद धर्मेंद्र कुमार सिंह का अंतिम दर्शन किया। परिजनों एवं ग्रामीणों के अलावे दूरदराज से आए जनप्रतिनिधियों एवं आम लोगों ने शहीद के शव का अंतिम दर्शन किया। अंतिम दर्शन में भाग लेने वालों में भारत सरकार के पूर्व मंत्री डॉ कांति सिंह जदयू जिला अध्यक्ष अजय कुशवाहा राजद नेता श्रीनिवास सिंह कमलेश कुमार यादव जिला पार्षद उमेश कुमार यादव प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि नारायण पासवान सामाजिक कार्यकर्ता धनंजय सिंह सहित अन्य लोग शामिल है।

शव यात्रा से पूर्व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें प्रशासनिक अर्धसनिक बल के अधिकारी जनप्रतिनिधि एवं अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शहीद के शव पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में सीआरपीएफ पटना रेंज डीआईजी संजय कुमार 47 बटालियन कमांडेंट जियाउ सिंह, 159 बटालियन गया कमांडेंट कमलेश कुमार, 2ic 47 बटालियन के विनीत कुमार, सूबेदार मेजर श्रवण कुमार शव के साथ उड़ीसा से आए कॉन्सtaबल पवन कुमार रणधीर गॉड अश्विनी कुमार ओझा रविकेश दुबे, डीडीसी रोहतास, एसपी रोहतास आशीष भारती, प्रभारी अनुमंडल पदाधिकारी मधुसूदन प्रसाद, बिक्रमगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शशि भूषण सिंह, इंस्पेक्टर दयानंद शर्मा कछवा थाना अध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह पूर्व मंत्री डॉक्टर कांति सिंह, काराकाट विधानसभा के पूर्व विधायक व भाजपा नेता राजेश्वर राज, समाजिक कार्यकर्ता धनंजय सिंह,जिला पार्षद उमेश प्रसाद यादव सहित अन्य गणमान्य लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।

शव यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग 1 किलोमीटर लंबी चली शव यात्रा
अंतिम दर्शन एवं श्रद्धांजलि सभा के उपरांत आरंभ हुई शहीद की शव यात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया। शहीद के पैतृक आवास से लेकर सोन के तटीय इलाके तक लगभग 1 किलोमीटर सब यात्रा आरंभ हुई। शव यात्रा में 1 किलोमीटर तक लोगों की कतार 100 के साथ लगी रही बीच-बीच में शहीद धर्मेंद्र अमर रहे एवं जय हिंद एवं वंदे मातरम के नारे से पूरा माहौल ही देश भक्ति के जज्बे से ओतप्रोत हो गया शहीद के शव को कंधा देने एवं साथ चलने के लिए युवाओं में होड़ मची रही । शव को कंधा दें तथा शव यात्रा में भाग ले युवा अपने आप को धन्य मांग रहे थे।

शहीद को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
शहीद के शव को चीता पर लिटा कर शव के साथ आए सीआरपीएफ के जवानों एवं पटना रेंज तथा गया रेंज के सीआरपीएफ जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम सलामी दी। गार्ड ऑफ ऑनर के तहत 24 तोपों की सलामी दी गई। शोक धुन का बिगुल बजते सभी साथियों की जहां आंखें नम हो गई वही आम लोग भी गमगीन हो गए। शोक धुन के साथ हैं सलामी में शामिल सभी जवानों ने अपने अपने हथियार नीचे की ओर झुका अपने साथी के खोने का गम जताया। उड़ीसा से साथ आए शहीद धर्मेंद्र के साथियों में गम के साथ गुस्सा भी साफ साफ दिखा।

12 वर्षीय पुत्र ने दी मुखाग्नि
शहीद धर्मेंद्र कुमार सिंह के एक लावते 12 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार ने अपने शहीद पिता की अंत्येष्टि कार्यक्रम में अपने पिता को मुखाग्नि दे अंतिम विदाई दी। शहीद पिता को मुखाग्नि देते हुए पुत्र रोशन कुमार फफक कर रोते बिलखते अपने दादा रामायण सिंह के साथ निपट गया जिसे देख सभी की आंखें नम हो गई।