सासाराम/अरविंद कुमार सिह : बिहार के लिए रोल मॉडल बने जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार स्वस्थ्य विभाग को सुधारते हुए आम लोगों को लाभ दिलाने के लिए दृढ़ संकल्प दिखाई दे रहे हैं। इसको लेकर के बुधवार को जांच मैं के अनियमिता पाई गई। जिसको लेकर के कड़ी करवाई करते हुए जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने वेतन निकासी पर रोक लगा दी ।लोगों से सीधे संवाद करने वाले जिलाधिकारी स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की मनमानी पर कड़े तेवर दिखा रहे हैं ।सभी डॉक्टर को रोगियों को देखने में एव शिथिलता न बरतने के लिए निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी धमेंद्र कुमार ने बुधवार को पूर्वाह्न 10ः25 बजे द्वारा जिला कार्यक्रम प्रबंधक कार्यालय एवं सिविल सर्जन कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में निम्नवत् निदेश दिये गया। जिला पदाधिकारी द्वारा जिला कार्यक्रम प्रबंधक से गत जुलाई माह में जिलान्तर्गत सभी RBSK के चिकित्सकों का भ्रमण कार्यक्रम एवं उनके द्वारा किये गये कार्य से संबंधित विस्तृत प्रतिवेदन की मांग की गई।समीक्षा के क्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक द्वारा बताया गया कि श्री अविनाश श्रीवास्तव (MNE) का कार्य असंतोषप्रद है।
इस संबंध में जिला पदाधिकारी द्वारा उन्हें अविलंब हटाये जाने का निदेश दिया गया।गत जुलाई माह में जिलान्तर्गत सभी चिकित्सकों द्वारा OPD के तहत किये गये मरीजों की जाॅच की समीक्षा की गई। इस संबंध में शून्य OPD वाले चिकित्सकों से कारण पृच्छा करते हुये उनके वेतन निकासी पर रोक लगाई गयी। इसके साथ-साथ 100 से कम OPD वाले 28 चिकित्सकों से कारण पृच्छा की गई।
जिला पदाधिकारी द्वारा संजीवनी पोर्टल में चिकित्सकों के अद्यतन रोस्टर की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में 21 चिकित्सकों का रोस्टर अद्यतन नहीं पाया गया। इस संबंध में सभी संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से कारण पृच्छा की गई। समीक्षा के क्रम में जिलान्तर्गत 04 चिकित्सक अनाधिकृत एवं लम्बे समय से अनुपस्थित पाये गए। इस संबंध में जिला कार्यक्रम प्रबंधक को निदेश दिया गया कि अंतिम अवसर के तौर पर अतिरिक्त एक सप्ताह का समय दिया जाए तदोपरांत उनके निलंबन का प्रस्ताव विभाग को भेजना सुनिश्चित करें। इसके साथ जिला कार्यक्रम प्रबंधक को कार्यालय परिसर को व्यवस्थित एवं साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने का निदेश दिया गया।