सासाराम/अरविंद कुमार सिंह : गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी रोहतास जिला द्वारा बिहार के शिक्षा मंत्री डा चंद्रशेखर द्वारा रामचरित मानस ग्रंथ पर विवादास्पद बयान को लेकर चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के न्यायालय में डा चंद्रशेखर के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामायण पासवान द्वारा प्रस्तुत किया गया। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा यह जानते हुए भी की भारत देश के बहुसंख्यक हिंदुओ की भगवान राम एवम उनके जीवन चरित्र का विवरण देने वाली पुस्तक रामचरितमानस में असीम आस्था है।अपने ईश्वर की आस्था के उपर किसी व्यक्ति, समाज या समुदाय को टीका टिप्पणी करने से समाज में धार्मिक विद्वेष फैलता है।
चंद्रशेखर एक राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के सक्रिय सदस्य एवम वर्तमान में शिक्षा मंत्री के पद को सुशोभित कर रहे हैजिसके कारण उनके द्वारा किसी भी मंच से कही गई कोई भी बात समाज के उपर एवम समाज के युवाओं एवम छात्रों के उपर काफी प्रभाव डालती है, इन पदों पर बैठे लोगो की बातो का समाज पर बुरा असर होता है। शिक्षा मंत्री का ये बयान हिंदू धर्म की पुस्तक रामचरित मानस का खुल्लम खुल्ला सार्वजनिक रूप से एक सोची समझी साजिश के तहत जान बूझकर अपने राजनिक फायदे के लिए न केवल अपमान किया है
बल्कि समाज को बाटने का एवम करोड़ों हिंदुओ की धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात करके समाज को विभिन्न वर्गो के बीच द्वेष,वैमनस्यता एवम धार्मिक उन्माद फैलाने का अपराध किया है। भगवान राम मर्यादा के प्रतीक है और हिंदुओ का धर्म ग्रंथ रामचरित मानस के अपमान को लेकर शिक्षा मंत्री डा चंद्रशेखर के खिलाफ न्यायालय में रामायण पासवान ने प्रस्तुत किया।
गवाह में जिला महामंत्री विजय सिंह,नगर अध्यक्ष डा शिवनाथ चौधरी ( निषाद), मुन्ना शर्मा, डा सचिन,संदीप सोनी,पंकज महतो,सनी चंद्रवंशी,,सनी चौरसिया,गीता पांडे,मंटू पासवान,अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह,अधिवक्ता लड्डू सिंह,सुधीर चंद्रवंशी, सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।