सासाराम/अरबिंद कुमार सिंह : जिले के नगर परिषद बिक्रमगंज में मैटेलिक साइन , बोर्ड क्रय संबंधी अनियमितता, ई रिक्शा , होल्डिंग प्लेट , सात निश्चय नल जल योजना में गड़बड़ी को लेकर प्रथमिकीं दर्ज करने का आदेश जिलाधिकारी ने दिया है।अनियमितता की जांच तीन सदस्यीय जाच दल ने पाई थी। नगरपरिषद बिक्रमगज में जिला पदाधिकारी को जांच के लिए आवेदन धर्मेन्द्र कुमार पत्रकार ललन साह वार्ड पार्षद वार्ड 07 ने दिया गया था।इनके आवेदन पर नगर परिषद बिक्रमगज में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया। इस टीम में जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी। कोषागार पदाधिकारी राम प्रवेश यादव और अनुमंडल पदाधिकारी बिक्रमगंज प्रियंका रानी की टीम द्वारा जांच की गई। इसमे काफी अनियमितता पाई गई।
जिसके आलोक में मेटेलिक साइन बोर्ड में एक करोड़ 11 लाख 84 हजार 355 रुपये की भुगतान में अनियमितता पाई गई थी।30 ई रिक्सा में 80 लाख 26 हजार 200 रुपये की भुगतान की अनियमिता को लेकर जिलाधिकारी ने जाच प्रतिवेदन पर बिक्रमगज ईओ सूर्यनन्दन सिह को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। जांच प्रतिवेदन में तीन सदस्य टीम ने जिलाधिकारी से अनुशंसा करते कहा है कि नगर परिषद बिक्रमगंज में संधारित मैटेलिक साइन बोर्ड के क्रय संबंधित संचिका की जांच के क्रम में पाया कि योजना 06 जुलाई को 20 को संपन्न नगर परिषद के सामान्य बैठक में प्रस्ताव में सर्वसम्मति से नगर परिक्षेत्र में वार्ड में तथा मुख्य सड़कों पर कुल एक हजार बोर्ड लगाने की सहमति दी गई।
जिसके आलोक में तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी श्रीमती प्रेम स्वरूपम ने 7 सितम्बर 20 को जेम पोर्टल पर बीड प्रोसेस किया जिसकी समय 90 दिन की था। जेम पोर्टल पर में कुल 6 संवेदकों ने भाग लिया। 23 सितम्बर को को उक्त बीड की तकनीकी जांच कनीय अभियंता, सहायक अभियंता से कराने के पश्चात 24सितंबर को बिड खोला गया। न्यूनतम दर सोना ट्रेड का रहने पर स्वीकृति दी गई। 25 सितम्बर 20 को ए टू जेड मैटेलिक साइन फॉर स्ट्रीट 523 फीस की 23 हजार 500 रुपये प्रति पीस की दर से स्वीकृति दी गई । जो एक से 27 वार्ड में लगा दी गई।जिसके भुगतान 48 लाख तेतीस हजार दस रुपये में कर दी गई।
जांच टीम ने पाया अनियमितता:
तीन सदस्यीय जाच टीम ने जो रिपोर्ट दी है उनमें कहा है कि छह संवेदको ने भाग ली। जिसमे मात्र दो संवेदक की तकनीकी मूल्यांकन में सफल किया गया। परंतु अन्य संवेदकों को किस आधार पर तकनीकी मूल्यांकन में असफल किया गया स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं किया गया। जेम पोर्टल पर अपनाई गई प्रक्रिया संदेहास्पद प्रतिक हो रहा है। क्रय की गई सामग्री कार्यालय नही दी गई। सामग्री की गुणवत्ता की जांच नहीं कराई गई।
आपूर्तिकर्ता द्वारा उपलब्ध कराई गई सामग्री एक-दो दिन में नगर परिषद क्षेत्र में सभी वार्डों में मुख्य मार्गो के किनारे लगा दी गई। इसकी पुष्टि संदेश प्रतीत होता है। टीम द्वारा वार्ड नंबर 5, 7 , 13 , स्थल जांच किया गया। जांच में पाया गया कि वार्ड में साइन बोर्ड लगा है अधिकांश क्षतिग्रस्त अधूरा है और इसकी सूची नगर परिषद कार्यालय में उपलब्ध नहीं है।
ई रिक्शा में खरीदारी में अनियमितता तत्कालीन ईओ द्वारा 31 मई 20 को सशक्त कमेटी के माध्यम से जेम पोर्टल के माध्यम से ई रिक्शा की खरीदारी करने लिए 24 अगस्त को बिड किया गया। इसमें 27 संवेदकों ने भाग लिया। तकनीकी जांच के बाद दो संवेदकों का चयन किया गया। इनमें न्यूनतम अंबुज अरविंद एंड ब्रदर्स को चयन की गई। जिसका भुगतान 80 लाख 26 हजार 200 रुपये कर दिया गया।
जांच क्रम में पाया गया कि 27 संवेदक भाग लिया गया था उसे मात्र दो संवेदक की तकनीकी मूल्यांकन में सफल किया गया। अन्य संवेदकों को किस आधार पर मूल्यांकन में चयन नही किया गया स्पष्ट नहीं किया गया है ।जो संदेह के घेरे में रखा गया । सामग्री कार्यालय भंडार पंजी नही है। उसकी गुणवत्ता की भी जांच नहीं की गई। उक्त अनियमितता को लेकर के नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी एवं अन्य कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जिला अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने दिया है।