रांची, बीपी प्रतिनिधि। सूबे की सरकार पर संभावित संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर यूपीए विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में सत्तापक्ष के 6 विधायक नहीं पहुंचे। कांग्रेस की ओर से भूषण बाड़ा, ममता देवी, पूर्णिया नीरज सिंह बैठक में शामिल नहीं हुई। कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की भी बैठक में नहीं पहुंच पाईं। वह अभी दिल्ली में हैं। वहीं, जेएमएम की ओर से चमरा लिंडा, सरफराज अहमद बैठक में नहीं पहुंचे। बैठक में सत्तापक्ष के कुल 33 विधायक मौजूद रहें।
मुख्यमंत्री ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फंसने के बाद संभावित खतरे को लेकर सहयोगी दलों के साथ मंथन कर रहे थे। इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता और कई मंत्रियों के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर सहित यूपीए के अन्य विधायक मौजूद थे। जेएमएम विधायक और मुख्यमंत्री की भाभी सीता सोरेन भी इस बैठक में मौजूद रही। पर सात विधायकों की अनुपस्थिति हेमंत सोरेन को जरूर खली होगी।
माइनिंग लीज आवंटन मामले में सुप्रीम कोर्ट और निर्वाचन आयोग की ओर से आने वाले फैसले से पूर्व हेमंत सोरेन ने शक्ति प्रदर्शन के रूप में विधायक दल बैठक की थी। झारखंड की राजनीति समझ रखने वाले बताते है कि अगले 10 दिन सरकार के बने रहने और गिरने को लेकर काफी अहम हैं। ऐसे में कांग्रेस ने भी अपने विधायकों को अगले कुछ दिनों तक रांची नहीं छोड़ने का निर्देश दिया था, फिर भी इस बैठक में विधायकों का कोरम पूरा नहीं हो सका।