शिवहर, रविशंकर सिंह। कुम्हार जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने, सता में उचित भागीदारी दिलाने, माटी कला बोर्ड की स्थापना सहित अन्य मांग पत्र पर विचार कर निर्णय लेने को लेकर बिहार कुमार (प्रजापति) समन्वय समिति शिवहर के द्वारा शहर में प्रदर्शन करते हुए समाहरणालय गेट पर प्रदर्शन कर किसान मैदान में धरना पर बैठ गए हैं। समाहरणालय गेट पर अनुमंडल दंडाधिकारी मोहम्मद इश्तियाक अली अंसारी ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने तथा जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देने को कहा है। बिहार कुमार (प्रजापति) समन्वय समिति के जिला सचिव रामनाथ पंडित, जिला अध्यक्ष धरीक्षण पंडित, जय मंगल पंडित सचिव प्रखंड, रामलाल प्रखंड अध्यक्ष, संजय कुमार पंडित सहित सैकड़ों की तादाद में प्रदर्शन करते हुए धरना पर बैठे हुए हैं।
बताया है कि बिहार कुमार( प्रजापति) समन्वय समिति की राज्य इकाई के आलोक में जिले के तमाम कुम्हार प्रजापति के लोग कुम्हार समाज के हित एवं कल्याण हेतु बिहार सरकार के समक्ष पूर्व से लंबित मांग पर अब तक विचार नहीं किए जाने के कारण हम लोग धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। धरना पर बैठे नेताओं ने बताया है कि बिहार प्रांत के संपूर्ण भू-भाग पर रहने वाले 90 लाख आबादी वाले कुम्हार (प्रजापति) जाति का एकमात्र सामाजिक प्रजातांत्रिक पर निबंधित 30 वर्षों से भी अधिक पुरानी संस्था है। इस संस्था का मूल उद्देश्य कुम्हार जाति का आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं सर्वांगीण विकास करने एवं उनके अंतर्गत राजनीतिक चेतना जागृत करने को लेकर प्रयत्नशील है।
बताया है कि हमारा समाज शिल्पी समाज का श्रेणी में आता है, जो अपने शिल्पकाला से समाज के सभी वर्गों की सेवा करता चला आ रहा है, किंतु अत्यंत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि बिहार की कुम्हार जाति की स्थिति काफी दयनीय है। इस बाबत अनुरोध किया गया है कि संगठन की मुख्य मांगों पर विचार करते हुए कुम्हार जाति को अति पिछड़ा वर्ग से अनुसूचित जाति में शामिल करें एवं अन्य मांगों को पूरा करें, जिससे बिहार के समस्त प्रजापति समाज को यह महसूस हो सके कि आप हमारे सच्चे हितैषी है।