शिवहर/रविशंकर सिंह। जिले में वर्ष 2004 में आए भीषण बाढ़ के दौरान डेढ़ सौ से अधिक लोगों की जान खुद के जान पर खेलकर तैरकर तथा नाव की सहायता से बचाने वाले जोत नारायण सहनी उर्फ जोता सहनी को संघर्षशील युवा अधिकार मंच तथा यूनिवर्सल प्राउटीस्ट स्टूडेंट्स फेडरेशन के द्वारा सम्मानित किया गया है।
इस दौरान मंच के सदस्य मुकुन्द प्रकाश मिश्र तथा अरविंद कुमार ने बताया कि नरकटिया निवासी जोत नारायण सहनी जैसे योद्धा को जिला प्रशासन के द्वारा भी सम्मानित किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने अपनी जान पर खेलकर कई लोगों की जान बचाई है। जरूरत पड़ने पर लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले सहनी में समाजसेवा का जज्बा कूट-कूटकर भरा है।
गौरतलब है कि वर्ष 2004 में शिवहर जिले में भीषण बाढ़ आई थी इसमें करोड़ों के जान-माल की क्षति हुई थी, इस दौरान बेलवा- नरकटिया गांव में डूब रहे सैकड़ों ग्रामीणों को तैरकर जोता सहनी ने जान बचायी थी। इसके बाद उस समय के जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक ने प्रशस्ति पत्र के माध्यम से साहनी को सम्मानित किया था।
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बातचीत के क्रम में गरीबी से जूझ रहे जोता सहनी बताते हैं कि उस समय कहा गया था कि आपको जीविकोपार्जन हेतु सहायता की जायेगी लेकिन आज 18 साल बीत जाने के बावजूद वह इस इंतजार में हैं कि जीविकोपार्जन हेतु प्रशासनिक मदद मिले।