जन सुराज पदयात्रा के81वें दिन शिवहर शहर पहुंचे प्रशांत किशोर, कहा – लालू के डर से भाजपा को वोट मिल रहा और भाजपा को रोकने के लिए लालू को वोट मिल रहा

शिवहर

SHEOHAR, Ravishankar singh: जन सुराज पदयात्रा के 81वें दिन की शुरुआत तरियानी प्रखंड के हिरौता दुम्मा पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ कैंप से निकले। आज जन सुराज पदयात्रा मिर्जापुर धोवाही, हरनाही होते हुए शिवहर स्थित किसान मैदान पहुंची। प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 900 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 300 किमी और शिवहर में 75 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। शिवहर में आज पदयात्रा का छठा दिन है। आज दिनभर पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने 5 पंचायत के 8 गांव से गुजरते हुए 15 किमी की पदयात्रा के दौरान 4 आमसभाओं को संबोधित किया और इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया।

-लालू के डर से भाजपा को वोट मिले रहा और भाजपा को रोकने के लिए लालू को वोट मिल रहा
जन सुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार लालटेन और कमल के बीच लटके हुए हैं। नीतीश का कोई एक निर्णय नहीं होता, वे कभी लालटेन तो कभी कमल की ओर अपना झुकाव बनाए रखते हैं। अपने फायदे के हिसाब से अपना आधार परिवर्तित करते रहते हैं। प्रशांत ने कहा नेताओं ने बिहार को ऐसा बना दिया है कि लोग हिन्दू-मुस्लिम, उम्मीदवार उनकी जाति से हैं या नहीं, लालू के जंगल राज को वापस नहीं आने देना है इसके लिए गलत उम्मीदवार ही क्यों न चुन कर आ जाए और चौथा भाजपा को नहीं आने देना है, इन्हीं आधार पर वोट कर देते हैं। आधी जनता लालू के डर से भाजपा को वोट दे रही है और आधा आदमी लालू के डर से भाजपा को वोट दे रही है ।

-नीतीश कुमार को पटना में बैठकर लग रहा बिहार में भारी विकास हो रहा है।
जिले के दम्मा पंचायत में प्रशांत किशोर नें आमसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता में समस्याओं से त्राहि-त्राहि मचा हुआ है और नीतीश कुमार पटना में बैठकर सोच रहे हैं बिहार में भारी विकास हो रहा है। इसके साथ ही प्रशांत ने कहा बिहार के नेता आम जनता का हाल पुलिस सिक्योरिटी के साथ देखने आते हैं, जिससे जनता से उनका कोई सामना ही नहीं हो पाता है। अगर कोई नेता या मंत्री किसी नेता से मिलना भी चाहें तो जनता से इतनी दूरी बनाये रखते हैं की कहीं उनके छूने से उन्हें कोरोना न हो जाए।