Sheohar : लोक अभियोजन अरुण बाबू के निधन पर सर्वदलीय शोक सभा का आयोजन

शिवहर

विधान परिषद के सभापति अधिवेशन ठाकुर, एमएलसी रेखा कुमारी, कार्यक्रम के संयोजक ठाकुर धर्मेंद्र कुमार सिंह, जदयू नेता नवनीत कुमार झा, पूर्व विधायक ने दी श्रद्धांजलि

Neeraj Kumar: बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने शिवहर के एक स्थानीय होटल में सीतामढ़ी के लोक अभियोजक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण बाबू के निधन पर शोक सभा में शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें महान ज्ञानी एवं न्याय कर्ता बतलाया है। मौके पर एमएलसी रेखा कुमारी कार्यक्रम के संयोजक व पूर्व विधानसभा प्रत्याशी ठाकुर धर्मेंद्र प्रसाद सिंह, जदयू नेता नवनीत कुमार झा, पूर्व विधायक सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

जदयू नेता ठाकुर धर्मेंद्र कुमार सिंह के द्वारा सर्वदलीय शोक सभा का आयोजन किया गया था जिसमें माननीय सभापति श्री ठाकुर के द्वारा स्वर्गीय अरुण बाबू के जीवन चरित्र को विस्तार पूर्वक दर्शाते हुए कहा कि वे हमारे पड़ोसी भी थे तथा हमारे ग्रामीण भी थे। उनके जीवन चरित्र से हम लोगों को शिक्षा लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि शिवहर और सीतामढ़ी के लिए अरुण बाबू आजाद शत्रु थे। तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हुए विश्वास भी थे।

उपस्थित सभी प्रबुद्ध जनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं विभिन्न दलों के जिला अध्यक्ष एवं प्रतिनिधियों के द्वारा उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनकी भावनाओं अवगत कराते हुए उनके द्वारा किए गए कार्यों को सरहाते हुए प्रेरणा लेने की बात कही है। तथा बताया कि शिवहर न्यायालय को आरंभ कराने में उनकी अहम भूमिका भी रही। ठाकुर धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया का वे सदस्य बनकर शिवहर सीतामढ़ी का नाम रोशन किया था।

शोक सभा में नगर परिषद शिवहर के निवर्तमान चेयरमैन अंशुमान नंदन सिंह, लोजपा जिला अध्यक्ष विजय कुमार पांडे, जदयू जिला अध्यक्ष कमलेश पांडे, जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शिशिर कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता हरिद्वार राय पटेल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष रामकृपाल शर्मा, खोरी पाकर पुल संघर्ष समिति के संयोजक संजय संघर्ष सिंह, जदयू के प्रवक्ता विजय विकास, जदयू युवा जिला अध्यक्ष अमित कुमार सिंह तरियानी छपरा, पूर्व मुखिया ताजपुर चंदन कुमार सिंह, अखिलेंद्र त्रिवेदी, सीतामढ़ी से आए हुए विमल कुमार शुक्ला, शंकर सिंह, मोहम्मद जमरूद्दीन, श्याम विनय सिंह, जितेंद्र कुमार, सहित सैकड़ों सामाजिक कार्यकर्ता, प्रबुद्ध वर्ग एवं विभिन्न दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।