शिवहर/रविशंकर सिंह। भाजपा जिला कार्यालय में नन्द किशोर चौधरी जिला उपाध्यक्ष के अध्यक्षता में 25 जून 1975 के भयवयता व काला दिन को याद करते हुए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका संचालन जिला उपाध्यक्ष राम कृपाल शर्मा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ नूतन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज हमारे बीच देश और संविधान के उस स्याह दिन के गवाह जिले के वरिष्ठ जन एवं जे पी सेनानी मौजूद हैं। ये हम सभी के लिए प्रेरणा श्रोत एवं अभिनंदनीय हैं।
डॉ नूतन सिंह ने कहा जब हम इतिहास में जाकर उस समय के परिदृश्य को पढ़ते और समझते हैं तो मानो रूह कांप जाता है और हमें सोचने पर मजबूर कर देता है कि कैसे कोई अपने को जन प्रतिनिधि कहने वाला व्यक्ति सत्ता के भूख में मदांध हो अपने ही लोगों को प्रताड़ित करने से भी बाज नही आता। पर जब सियासत हकलाने लगे, राजनीति दिग्भ्रमित और राष्ट्र किसी घनघोर समस्या का सामना कर रहा होता है तब कोई न कोई उद्धारक अवतरित हो क्रुर एवं अत्याचारी शासक से आम जनता को मुक्त कराने का काम करते हैं।
ऐसे ही थे युगद्रष्टा जयप्रकाश नारायण जी साथ ही ऐसे समय में राष्ट्रीय विचारधारा कि सोच रखने वाले साहित्यकार देश के दिशा और दशा बदलने हेतु संबल बन सामने आते हैं। ऐसे थे हमारे राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी जिनके लेखनी से प्रस्फुटित होता है। पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ठाकुर रत्नाकर राणा ने कहा कि जब आपातकाल घोषित हुआ उस समय मेरी उम्र कम थी पर जो चहलकदमी हमारे घर पर हुआ करता था और हमारे दादा जी ठाकुर गिरीजा नंदन सिंह जी के पास लोगों का जमावड़ा देख बालमन में एक जिज्ञासा उठती थी, आखिर हो क्या रहा है तब कुछ दिनों के बाद समझ में आया कि किस तरह आपातकाल लागू कर विरोध करने वालों को प्रताड़ित किया जाता था, उन पर अनेकानेक जुल्म ढहाए गए पर जयप्रकाश नारायण जी के आहवान पर छात्र नौजवानों ने अपनी पढ़ाई या फिर काम धंधा छोड़ कर आपातकाल का विरोध करते हुए सत्ता परिवर्तन का विगुल फुंका और अपने लक्ष्य में कामयाब हुए।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष नितेश सिंह भारद्वाज, महामंत्री अनिल कुमार सिंह ने भी अपने विचार रखे। जे पी सेनानी महंत शंभू दास जी एवं श्रीकांत झा ने अपने संस्मरण को सुनाते हुए कहा कि 1975 के जून 25 के मध्य रात्रि को अचानक देश में आपातकाल घोषित कर सारे के सारे सत्ता विरोधियों को जेल डाल दिया गया और सभी विभिन्न तरह से प्रताड़ित किया गया पर अंततः राजशाही को लोकशाही के आगे घुटने टेकने को मजबूर होना पड़ा और इंदिरा गांधी को देश एवं रायबरेली चुनाव में बुरी तरह परास्त होना पड़ा।
इस अवसर पर जिले के जे पी सेनानियों श्रीकांत जा , विजय झा,धरणीकांत झा , रामरूप राय, राज कांत झा, महेंद्र राम,महंत शंभू दास, लक्ष्मी सिंह, किसनाथ सिंह, गणेश साह , राम एकबाल राम, हरगेन साह, मीना देवी चंदेश्वर कुंवर, एवं जगरनाथ साह को भाजपा मंत्री डॉ नूतन सिंह एवं ठाकुर रत्नाकर राणा के द्वारा अंगवस्त्र एवं माला पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में विभाष चन्द्र झा, विनय कुमार सिंह, मनोज कुमार, अनिल कुमार, गगनदेव कुशवाहा, राजू कुमार सिंह, मुकेश राठौर, राजेश कुमार राजू, गोपाल जायसवाल,विधि प्रकोष्ठ सह-संयोजक शशि सुमन, राम स्वारथ साह,अशोक अलबेला की उपस्थिति रही।