Sheohar, Ravishankar singh: संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा बिहार के निर्देशन में नियोजित शिक्षकों ने जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण का बहिष्कार करते हुए प्रखंड मुख्यालय पर जोरदार विरोध प्रदर्शन कर प्रखंड विकास पदाधिकारी सह चार्ज पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए शिक्षक न्याय मोर्चा के प्रदेश महासचिव अभय कुमार सिंह , जिला संयोजक राधेश्याम सिंह एवं जिला सचिव शिवनंदन ने संयुक्त रूप से कहा कि जबतक सूबे साढ़े चार लाख नियोजित शिक्षकों को विहित्त वेतनमान और राज्यकर्मी का दर्जा नही देती है सरकार, तबतक शिक्षकों का संघर्ष जारी रहेगा।
नेताओं ने कहा कि जहां स्थानांतरण, प्रोन्नति,एसीपी लाभ, अर्जितअवकाश आदि गैर वित्तीय लाभ देने की बातें सरकार कर रही थी, वहीं त्रुटिपूर्ण नियमावली 2023 लाकर नियोजितों के साथ छल प्रपंच कर रही है तथा दूसरी सूबे के लाखों सीटीईटी, सीटीईटी उतीर्ण युवाओं के साथ भी धोखा कर रही है। नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते कहा कि अगर राज्य सरकार नियोजितों को राज्यकर्मी नही बनाती है तो सरकार का जाना तय है , लाखों लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नही दिया जा सकता।
बैठक की अध्यक्षता शिक्षक न्याय मोर्चा के प्रखंड संयोजक नूर मोहम्मद ने किया तथा मंच के संचालन का जिम्मा किशोरी हाथी ने निभाया !धरना प्रदर्शन स्थल पर संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अध्यापक नियुक्ति नियमावली के विरोध में शिवनंदन शंभु कृष्ण सिंह पहाड़पुरी,अरुण कुमार, लालबाबू राम रश्मि कुमारी माधुरी गुप्ता मंजू कुमारी मुकेश कुमार सिंह
अल्ताफ हुसैन, राकेश पासवान, फेकन झा, चमन कुमार, लालबाबु कुमार कामोद कुमार, दिनेश पासवान, विनय चौधरी, हरि मंगल कुमार, रामाकांत कुमार, रंजीत कुमार, राघवेंद्र प्रसाद, माधुरी गुप्ता मुकेश गुप्ता, साधना कुमारी, कुमारी रुपतारा, कोमल कुमारी, मनोज कुमार, निलेश कुमार, राज कुमार अरुण कुमार समेत सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकाऐं उपस्थित थे।