रीगा /अभय सिंह। संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा , के तत्वावधान में इलाके के किसान- मजदूरों ने रीगा को सूखाग्रस्त घोषित करने,हर हाल में रीगा चीनी मिल चालू कराने,एमएसपी पर कानून बनाने तथा किसानो से किये वायदे पूरा करने,यूरिया तथा अन्य उर्वरकों की आपूर्ति सभी को सुनिश्चितकराने, प्रखंड तथा अंचल कार्यालय से भ्रष्टाचार दूर कराने,सभी बंद सिचाई श्रोतों को चालूकर सिचाई सुलभ कराने,सभी जर्जर ग्रामीण सडकों का जीर्णोद्धार कराने,मंहगाई पर रोक लगाने सहितअन्य13सूत्री मांगो को लेकर रीगा प्रखंड मुख्यालय पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन,घेराव तथा धरना दिया तथा जमकर नारेबाजी की।प्रदर्शन तथा घेराव कीअध्यक्षता पारसनाथ सिंह ने की।
मौके पर मोर्चा के उतर बिहार के अध्यक्ष प्रो आनन्द किशोर ने कहा आमजनता मालिक है उसकी उपेक्षा को कतई बर्दाश्त नही किया जायगा।अगर प्रखंड प्रशासन किसान-मजदूरों की मांगो तथा भ्रष्टाचार दूर करने पर अमल नही करता तो मोर्चा हर महीने प्रखंड का घेराव करआन्दोलन तेज करेगी। वक्ताओ ने दाखिल खारिज,आय सहित अन्य प्रमाण पत्रों के नाम पर रिश्वत पर रोक,इन्दिराआवास के लाभूको की सूची प्रखंड से गांवो तक लगाने तथा रिश्वखोरी बंद करने,मनरेगा मे भ्रष्टाचार की जांच कराने तथा दो सौ दिन रोजगार की गारंटी,वृध्दावस्था पेंशन की राशि बढाने तथा नियमित भुगतान का भी सवाल उठाया।मोर्चा प्रतिनिधिमंडल ने 13सूत्री मांग पत्र प्रखंड अधिकारी को सौंपा।
मुख्यअतिथि के रूप मे युवा हल्ला बोल के राष्ट्रीयअध्यक्षअनुपम ने अग्निपथ योजना को किसान विरोधी बताया तथा सरकार के रोजगार कटौती तथा सरकारी क्षेत्र के उद्योगो को बेंचने की जनविरोधी नीति के खिलाफ गोलबंदी की जरूरत बताया।
देश के जाने माने पत्रकार तथा किसान आन्दोलन के नेता दिनेश सिंह ने किसानो तथा उनके युवाओं के रोजगार पर सरकारी हमले की निन्दा की। उन्होंने कहा तीन काले कानून की वापसी किसानो की बडी जीत है परन्तु केन्द्र सरकार द्वारा एम एसपी पर कानून बनाने तथा अन्य वायदे पूरा करने हेतूआन्दोलन तेज करना होगा।
सभा को प्रशांत ,पटना उंच्च न्यायालय के अधिवक्ता बीरू,जिलाध्यक्ष जलंधर यदुबंशी,महासचिव आलोक कुमार सिंह,नन्द किशोर मंडल,शशिधर शर्मा,रबीन्द्र कुमार सिंह,कौशल किशोर सिंह,रामपुकार साह,कुलदीप यादव,रणधीर यादव,विनय कुशवाहा,प्रमोद मिश्र,नरेश झा,राम जनम गिरी, दिनेश सिंह,श्रीकृष्ण सिंह,मो इमरान,ट्रेड यूनियन लीडर मनोज कुमार,अशोक निराला,हरिशचंद्र कामथ,हंसराज दास,गौरीशंकर शंकर सिंह सहित अन्य किसानो ने सरकारी उपेक्षा पर आक्रोश व्यक्त किया।