सीतामढ़ीःरविशंकर सिंह। मस्तिष्क ज्वर ( जे ई / ए ई एस ) की रोकथाम , बचाव व जन जागरूकता को लेकर जिले के सभी मुखिया गण का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में सिविल सर्जन डा सुरेश चंद्र लाल तथा जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डा रवीन्द्र कुमार यादव ने दीप प्रज्वलित कर प्रारम्भ किया।
डा यादव ने दृश्य- श्रव्य माध्यम से सभी मुखिया को विस्तार से मस्तिष्क ज्वर ( चमकी बुखार) के लक्षण ,प्राथमिक उपचार तथा बचाव के उपाय के सम्बंध में जानकारी दिया। उन्होंने कहा कि व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाकर इस गंभीर बीमारी की चुनौती का मुकाबला किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि रात मे बच्चे भुखे पेट न सोएँ , धूप मे न जाएँ , बगीचे मे कच्चे या जूठे फल न खाएँ । उन्होंने बताया कि चमकी बुखार के लक्षण ( एकाएक बुखार, चमकी या ऐंठन आना , सुस्ती या बेहोशी ,मानसिक असंतुलन इत्यादि ) दिखने पर बिना समय गँवाये शीघ्र नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर बच्चे को एम्बुलेन्स या चिन्हित निजी वाहन से ले जाएँ।
उन्होंने कहा कि डीएम के निर्देश पर पंचायत स्तर पर मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना के 1100 वाहनों को टैग किया गया है,इसके साथ ही इसी योजना के तहत 16 एम्बुलेंस को भी टैग किया गया है,जिसका नंबर भी प्रसारित किया गया है। सभी आंगनवाड़ी एवम आशा के पास ओआरएस एवम पैरासिटामोल की गोली उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी में इसके ईलाज के लिए 2 शय्या का विशेष वार्ड भी तैयार है।
उन्होंने कहा कि ओझा ,भक्ता के पास समय बर्बाद न करें। अस्पताल ले जाने मे विलंब बच्चे के लिए जानलेवा हो सकता है। सभी मुखिया अपने क्षेत्र में नियमित रूप से चौपाल लगाकर जन जन तक जागरूकता फैलाये। इस अवसर पर ,डी पी एम,डी सी एम,संबंधित प्रखण्डो के बी सी एम और केयर ईण्डिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।